केरल: PFI की रैली में भड़काऊ नारेबाजी मामले में 18 और लोग गिरफ्तार, जानिए क्या है पूरा विवाद
केरल: PFI की रैली में भड़काऊ नारेबाजी के मामले में 18 और लोग गिरफ्तार, जानिए क्या है पूरा विवाद
तिरुवनंतपुरम (केरल) , 28 मई: केरल पुलिस ने पीएफआई की रैली में भड़काऊ नारेबाजी लगाने के मामले में 18 और लोगों को गिरफ्तार किया है। केरल पुलिस ने कहा, "ये वे लोग थे जो बच्चे द्वारा लगाए गए नारे दोहरा रहे थे। दो लोगों को पहले गिरफ्तार किया गया था।" केरल हाई कोर्ट ने पुलिस को अलाप्पुझा में 21 मई की रैली के संबंध में कथित भड़काऊ नारेबाजी के संबंध में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
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जानिए क्या दिया गया भड़काऊ नारा
नाबालिग लड़के को कंधे पर उठाकर ले जाने वाला एराट्टुपेट्टा निवासी अनस इस मामले में गिरफ्तार होने वाला पहला व्यक्ति था। वायरल वीडियो में एक लड़का नारा लगाते हुए नजर आ रहा है कि "हिंदुओं को अपने अंतिम संस्कार के लिए चावल रखना चाहिए और ईसाइयों को अपने अंतिम संस्कार के लिए धूप रखनी चाहिए। अगर आप शालीनता से रहते हैं, तो आप हमारी भूमि में रह सकते हैं और यदि आप शालीनता से नहीं रहते हैं तो हम आज़ादी को जानते हैं। शालीनता से, शालीनता से, शालीनता से जियो।"
यह केरल में रहने वाली हिंदू और ईसाई आबादी के लिए एक सीधा खतरा था, पीएफआई ने चेतावनी दी थी कि अगर वे लाइन में नहीं आते हैं तो मौत की सजा दी जाएगी।
केरल पुलिस ने मंगलवार को पीएफआई अलाप्पुझा के जिला अध्यक्ष नवास वंदनम और जिला सचिव मुजीब के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153 ए के तहत अभद्र भाषा के मामले में मामला दर्ज किया।