बेकार की बातें कर रहे हैं फारूक, कश्मीर को सीरिया बनाना है क्या?: महबूबा मुफ्ती
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि 'चीन और अमेरिका अपना काम करें। हमें पता है कि उन देशों की हालत क्या है, जहां अमेरिका ने हस्तक्षेप किया है। अफगानिस्तान, सीरिया या इराक के हालात हमारे सामने हैं।'
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ्ती ने नेशनल कॉन्फेंस अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के के उस फार्मूले को नकार दिया है जिसमे फारूक ने कश्मीर मामले में चीन और अमेरिका की मध्यस्थता की बात कही थी।महबूबा ने कहा कि अगर चीन और अमेरिका कश्मीर में हस्तक्षेप करेंगे, तो घाटी के हालात सीरिया और अफगानिस्तान जैसे हो जाएंगे।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि 'चीन और अमेरिका अपना काम करें। हमें पता है कि उन देशों की हालत क्या है, जहां अमेरिका ने हस्तक्षेप किया है। अफगानिस्तान, सीरिया या इराक के हालात हमारे सामने हैं।' महबूबा मुफ्ती ने साफ किया कि सिर्फ भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय वार्ता से ही कश्मीर मुद्दे का हल निकाला जा सकता है। उन्होंने कहा कि जैसा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने लाहौर में कहा था, कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए भारत और पाकिस्तान को बातचीत करनी चाहिए।महबूबा ने कहा, 'क्या फारूक अब्दुल्ला को पता नहीं है कि सीरिया और अफगानिस्तान में क्या हुआ?'
आपको बता दें कि फारुख अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कहा था कि दुनिया भर में भारत के कई सहयोगी हैं जिनसे भारत संपर्क कर सकता है और उन्हें कश्मीर विवाद सुलझाने के लिए मध्यस्थता करने को कह सकता है। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा था कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी कह चुके हैं कि वे कश्मीर मुद्दे का समाधान चाहते हैं और साथ ही चीन भी कह चुका है कि वह इस मुद्दे को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करने के लिए तैयार है। गौरतलब है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी फारुख अब्दुल्ला की इस पेशकश को ठुकरा दिया है।