मोदी की सीख, गंदगी फैलाने वाली मक्खियां नहीं बल्कि मधुमक्खी बनें पत्रकार
गुवाहाटी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकतंत्र के चौथे स्तमंभ मीडिया को सीख देते हुए कहा कि पत्रकारों गंदग फैलाने वाली मक्खियां न बनकर शहद देने वाली और डंक मारने वाली मधुमक्खी बननी चाहिए।पूर्वोत्तर के अग्रणी अंग्रेजी अखबार ‘दि असम ट्रिब्यून' के प्लैटिनम जुबली समारोह का उद्घाटन करते हुए मोदी ने पत्रकारों को ये सीख दी।
पत्रकरों को सीख देते हुए पीएम ने कहा कि एक सच्चे पत्रकारों को शहद देने वाली मधुमक्खी की तरह होना चाहिए, लेकिन इसके साथ ही ऐसा डंक भी मारना चाहिए जिसका दूरगामी असर हो। मोदी ने कहा कि इस विकासशल समाज में मडिया के सामने कई चुनौतियां हैं। उन्होंने अदाहरण देते हुए कहा कि पहले हमें 24 घंटे में एक बार समचार मिलते थे पर अब हमें एक मिनट में कम से कम 24 खबरें मिलती हैं। ऐसे में मीडिया के सामने चुनौती है कि वो लोगों का भरोसा कैसे बना रहे।
मोदी ने कहा कि मीडिया के लिए विश्वसनियता एक बड़ी चुनौती है। पीएम ने मीडिया में काम करने के तरीके के ऊपर भी सवाल उठाया और कहा कि लोगों की अपेक्षा होती है कि मीडिया जिस चीज की रिपोर्टिंग कर रहा है, उसकी जिम्मदारी लेने की ताकत उसमें होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मीडिया को विश्वसनियता बनाए रखना बड़ी चुनती है।