जेएनयू हिंसा पर पुलिस में दर्ज हुई इतनी FIR, सरकार का दावा- मास्क पहने लोगों की हुई पहचान
नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में शनिवार को हुई हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस लगातार छानबीन कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस को कुल 11 शिकायतें मिली हैं। जिसमें एक जेएनयू के प्रोफेसर की ओर से है, जबकि तीन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और सात जेएनयूएसयू की तरफ दर्ज कराई गई हैं। लोकल पुलिस से इन सभी शिकायतों को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच एसआईटी को भेज दिया है। बताया जा रहा है कि, हिंसा को लेकर 40 शिकायतें मिली हैं। इसके बाद कई और FIR दर्ज की जा सकती हैं।
मास्क पहने लोगों की हुई पहचान: सूत्र
वहीं दूसरी ओऱ सरकारी के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, जेएनयू हिंसा में शामिल कुछ मास्क लगाए व्यक्तियों की पहचान कर ली गई है। जल्द ही पुलिस वीडियो में मौजूद मास्क लगाए व्यक्तियों की पहचान सार्वजनिक करेगी। जिन्होंने यूनिवर्सिटी के अंदर सार्वजनिक और निजी संपत्ति का नुकसान पहुंचाया था और छात्रों के उपर हमला किया था। बता दें कि घटना के दो दिन बाद भी अभी तक पुलिस की ओर से कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक जेएनयू हिंसा मामले में कोई भी नया केस दर्ज नहीं किया गया है। अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। बता दें इस मामले में 3 केस पहले ही दर्ज हो चुके हैं।
आइशी घोष ने लगाए ये गंभीर आरोप
वहीं जेएनयूएस छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने विवि परिसर में शनिवार को हुई हिंसा के मद्देनजर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में कहा गया है, 'मैं उस घटना की शिकायत दर्ज करा रही हूं, जिसमें भीड़ ने हमला करने, डराने और मेरी हत्या करने की साजिश रची और उस घटना को अंजाम दिया, जिसके लिए मैं आपसे एफआईआर दर्ज करने और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का आग्रह करती हूं।'उन्होंने कहा कि पांच जनवरी को अपराह्न में उन्हें विवि परिसर के छात्रों से सूचना मिली कि एबीवीपी से जुड़े कुछ छात्र कुछ अज्ञात लोगों के साथ छड़, लाठी और हथौड़े जैसे हथियार लेकर गंगा बस स्टॉप के पास इकट्ठे हैं। आईशी घोष अपनी शिकायत में आगे लिखा है, मुझे और वहां मौजूद निखिल मैथ्यू (श्रम अध्ययन में एमए) को नकाबपोशों की भीड़ ने घेर लिया।
भले की 70 FIR दर्ज हो जाएं हार नहीं मानूंगी: आइशी
आइशी ने कहा कि भले ही उनके खिलाफ 70 एफआईआर दर्ज क्यों ना हो जाएं लेकिन वह हार मानने वाली नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जब तक बढ़ी हुई फीस वापस नहीं होगी तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। बता दें कि रविवार को जेएनयू परिसर में हुए हमले में आइशी भी चोटिल हुई थीं। इसके बाद पुलिस ने आईशी घोष समेत 19 पर एफआईआर दर्ज की है। उन पर तोड़फोड़ और मारपीट के आरोप लगाए गए।
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