बीजेपी को समर्थन देने के सवाल पर क्या बोले JJP के अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला?
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नई दिल्ली। हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं। दोनों ही प्रदेशों में भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बनकर उभरी है। महाराष्ट्र में जहां भाजपा और शिवसेना गंठबंधन को बहुमत मिला वहीं हरियाणा में पेंच फंस गया है। बीजेपी कुछ सीटों से बहुमत हासिल करने से चूक गई है अब उसे सरकार बनाने के लिए किसी अन्य पार्टी के विधायकों को अपने साथ लाना होगा। इस बार के विधानसभा चुनाव में जननायक जनता पार्टी के अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला पर हरियाणा की नजर है।
कांग्रेस ने दिया था ये ऑफर
एक तरफ जहां भाजपा को बहुमत नहीं मिला वहीं, कांग्रेस पार्टी हरियाणा में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आई है। कांग्रेस को भी सरकार बनाने के लिए कुछ सीटों की जरूरत है इसलिए वह इस मौके से चूकना नहीं चाहती। गुरुवार को हरियाणा के रुझान आने के बाद से ही सभी राजनीतिक पार्टियों को नतीजों का अंदाजा हो गया था। सरकार बनाने के लिए कांग्रेस ने दुष्यंत चौटाला से संपर्क किया और उन्हें हरियाणा का उप-मुख्यमंत्री बनाने का ऑफर दिया। कांग्रेस के ऑफर को ठुकराते हुए दुष्यंत ने साफ किया की वह अभी किसी पार्टी को समर्थन देने की योजना नहीं बना रहे।
बीजपी को सपोर्ट करने पर कही ये बात
विधानसभा चुनाव में सबको चौंकाते हुए दुष्यंत चौटाला की पार्टी ने 10 सीटें अपने नाम की। अब ऐसा माना जा रहा है कि हरियाणा के राजनीति की चाभी उन्हीं के पास है। सरकार जाने के डर से बीजेपी में भी खलबली मची हुई है वह किसी भी कीमत पर हरियाणा में वापस आना चाहती है। मीडिया से बात करते हुए दुष्यंत ने कहा कि, भाजपा को समर्थन देने की उनकी कोई योजना नहीं है। जब उनसे पूछा गया कि, क्या बीजेपी नेताओं ने आपसे संपंर्क करने की कोशिश की? तो दुष्यंत ने बताया उनकी अभी तक किसी बीजेपी नेता से बात नहीं हुई है। भाजपा को सपोर्ट करने के सवाल पर उन्होंने कहा, हमारी पार्टी ने इस बारे में कोई विचार नहीं किया है, इस बारे में अभी कोई फैसला नहीं किया है।
बादल परिवार से नहीं हुई बात
एक सवाल में जब दुष्यंत से पूछा गया कि, क्या यह सच है कि बीजेपी ने शिरोमणि अकाली दल के नोताओं को आपसे बात करने के लिए कहा था? इसके उत्तर में उन्होंने बताया कि, मेरी बात किसी से नहीं हुई, हमने अपने सभी विधायकों को एक बैठक में इकट्ठा होने को कहा है और उसके बाद हम आगे के योजना पर विचार करेंगे।