JDU प्रवक्ता लगातार कर रहे हैं पीएम मोदी पर हमला, नीतीश कुमार क्यों है चुप?
नई दिल्ली। ऐसा लग रहा है कि नीतीश कुमार की जनता दल युनाइटेड में शामिल होने के 3 साल के भीतर पूर्व सांसद पवन वर्मा बिहार के सीएम को अपने खिलाफ उकसा रहे हैं। शायद ही कोई ऐसा दिन बीतता होगा जब पवन वर्मा अपने लेखों और बयानों के जरिए पार्टी को शर्मिंदगी की स्थिति में ना डालते हों। हालांकि सूत्रों का कहना है कि नीतीश कुमार फिलहाल किसी एक्शन से बच रहे हैं। गुरुवार शाम एक टीवी चैनल पर हिमाचल प्रदेश और गुजरात के एग्जिट पोल आने के बाद पवन वर्मा एक बहस में शामिल थे।
वर्मा ने की पीएम मोदी की आलोचना
इस दौरान वर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की, जो बिल्कुल एक विपक्ष की नेता की तरह था। खुद के बचाव में वर्मा ने कहा कि वो अपनी व्यक्तिगत राय रख रहे हैंलेकिन राजनीति में धर्म के मुद्दे पर मैं जदयू के नेता नीतीश कुमार की राय बता रहा हूं, जिस पर मुझे कोई संदेह नहीं है।
भाजपा ने की कम स्तर की बयानबाजी
बहस के दौरान वर्मा ने कहा पीएम मोदी की ओर से पूर्व पीएम मनमोहन सिंह पर लगाए गए आरोप चौंकाने वाले हैं और चुनाव आयोग सरीखी संस्थाएं विकृत की जा रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी के आरोपों का हवाला देते हुए वर्मा ने कहा, 'भाजपा ने अपने प्रचार अभियान में कम स्तर की बयानबाजी कर रही है जो कि बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कल मतदान का करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी के सड़क पर 100 मीटर की पैदल चलने पर भी टिप्पणी की, जिसमें विपक्ष का आरोप था मतदान के बीच में एक रोड शो किया गया।'
वर्मा ने की राहुल गांधी की प्रशंसा
उन्होंने कहा, 'मुझे बहुत चिंता है कि चुनाव आयोग की तरह संस्थानों को कमतर किया जा रहा जिसे पहले इतना सम्मान दिया गया है। वर्मा ने राहुल गांधी की भी प्रशंसा की। वर्मा ने कहा कि राहुल गांधी के तहत कांग्रेस पार्टी ने जिस तरीके से भाजपा की ओर से अतीत में किए गए अपमान को बर्खास्त कर दिया , उससे ज्यादा समर्थन हासिल मिला। उन्होंने नम्रता दिखा दी। उन्होंने सुधार के लिए क्षमता दिखायी और मणिशंकर अय्यर जैसे लोगों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की।'
केसी त्यागी ने वर्मा के बयानों को किया खारिज
बहस के दौरान वर्मा के साथी पैनलिस्ट, भाजपा नेता चंदन मित्रा, ने उन्हें 'शीघ्र ही एक कांग्रेसी बनने' कहा। वर्मा की बातों को पार्टी के अन्य राष्ट्रीय प्रवक्ता के. सी. त्यागी ने सार्वजनिक रूप से खारिज कर दिया है, उन्होंने कहा कि 'आप पार्टी के स्टैंड से सहमत हैं या नहीं, लेकिन जब आप एक गठबंधन में हैं तो आपको गठबंधन धर्म का पालन करना होगा।' जिस पर वर्मा ने कहा किर, "जहां तक कि गठबंधन के सदस्य की बात है, पार्टी की अपनी पहचान और विचारधारा है।