जम्मू कश्मीर: 15 अगस्त को जैश के 20 आतंकी सेना के शिविरों पर हमला करने की फिराक में
नई दिल्ली। भारतीय खुफिया एजेंसियों ने आगाह किया है कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पाकिस्तानी आतंकी भारतीय सेना के शिविरों पर बड़े हमले को अंजाम दे सकते हैं। आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के 20 से ज्यादा आतंकी सेना के शिविरों को निशाना बनाने के लिए पहले से ही घाटी में मौजूद है। अगर सीमा पार से किसी भी प्रकार की अनहोनी घटना घटती है, तो जाहिर है पाकिस्तान की नई सरकार के साथ रिश्तें और ज्यादा खराब हो सकते हैं। बता दें कि इमरान खान पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री के रूप में 14 अगस्त को शपथ ले रहे हैं।
15 अगस्त पर अटैक की साजिश
अंग्रेजी न्यूज चैनल टाइम्स नाउ के मुताबिक, लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पर चूरा के पास कुछ आतंकी मौजूद हैं, जिन्हें टंगधार क्षेत्र में स्थित सेना के कैंप पर हमले के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट के मुताबिक मल्टी-एजेंसी कोऑर्डिनेशन सेंटर ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि 15 अगस्त को सेना के शिविरों पर बड़ा हमला हो सकता है।
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पट्टन और बारामुला टाउन को निशाना बनाने की साजिश
रिपोर्ट के मुताबिक, सेटेलाइट फोन से आतंकियों की बातचीत पकड़ में आई है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों को बारामुला इलाके में हमले के लिए रवाना किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, पट्टन और बारामुला टाउन के बीच के इलाके में उन्हें हमले के लिए कहा गया है।
दिल्ली-एनसीआर में हाई अलर्ट
पिछले माह एनआईए ने 2016 में जम्मू में हुए आतंकी हमले में शामिल मुनीर-अल-हसन-कादरी को गिरफ्तार किया था, जिसने कहा कि दिल्ली-एनसीआर में स्वतंत्रता दिवस के दौरान अटैक करने के लिए कुछ आतंकी छुपे हुए हैं। भारतीय खुफिया एजेंसियों को स्वतंत्रता दिवस पर हमले को अंजाम देने के लिए आतंकवादियों ने धमकी दी थी।
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