इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू बोले- पीएम मोदी ने मुझे चकित कर दिया
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नई दिल्ली। इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू रविवार को भारत पहुंचे। इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़कर उनका जोरदार स्वागत किया। उनके 6 दिवसीय दौरे के लिए मोदी सरकार ने एक से बढ़कर एक इंतजाम किए हैं, जिन्हें देखकर बेंजामिन नेतन्याहू बड़े ही अभिभूत नजर आए। इजरायली पीएम ने ट्वीट कर लिखा, 'मेरे अच्छे दोस्त भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद, जिन्होंने भारत पहुंचने पर एयरपोर्ट आकर मेरा निजी तौर पर स्वागत करते हुए मुझे हैरान कर दिया। हम दोनों साथ मिलकर इजरायल और भारत के संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाएंगे।'
नेतन्याहू ने भी किया था पीएम का अभूतपूर्व सम्मान
इजरायली पीएम नेतन्याहू के ट्विटर पर वह वीडियो भी शेयर किया गया है, जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी एयरपोर्ट पर नेतन्याहू का स्वागत करते नजर आ रहे हैं। इससे पहले जुलाई 2017 में पीएम मोदी का यरुशलम पहुंचने पर भव्य स्वागत हुआ था। नेतन्याहू ने एयरपोर्ट पर प्रोटोकॉल तोड़ते हुए पीएम मोदी का जोरदार स्वागत किया था। इजरायल ने जिस प्रकार से बाहें फैलाकर पीएम मोदी का स्वागत किया था, वैसा सम्मान वहां सिर्फ अमेरिकी राष्ट्रपति औरर पोप को ही दिया जाता रहा है, लेकिन पीएम मोदी के लिए इजरायल ने परंपराओं को तोड़ा और अब बारी भारत की है।
नेतन्याहू ने किया पीएम मोदी के ट्वीट को रीट्वीट
पीएम मोदी के एक ट्वीट को रीट्वीट करते हुए नेतन्याहू ने कहा, 'हम भारत आ चुके हैं और इतनी गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए मेरे अच्छे दोस्त नरेंद्र मोदी को धन्यवाद।' वहीं, दूसरी ओर पीएम मोदी ने ट्वीट किया, 'मेरे मित्र पीएम नेतन्याहू भारत में आपका स्वागत है। आपका भारत दौरा ऐतिहासिक और खास है। हमारे देशों के करीबी रिश्तों को इससे और मजबूती मिलेगी।'
बदल दिया गया तीन मूर्ति स्मारक का नाम
तीन मूर्ति स्मारक अब तीन मूर्ति हाईफा चौक के नाम से जाना जाएगा। रविवार को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन मूर्ति गए। इसी के बाद जगह का नाम बदले जाने के बारे में जानकारी सामने आई। हाईफा इजरायल के शहर का नाम है। भारत पहुंचने के बाद नेतन्याहू ने भारतीय सेना के जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। तीन मूर्ति का हाईफा शहर से संबंध है। 23 सितंबर 1918 हाईफा की लड़ाई लड़ी गई थी। उस समय भारत में अंग्रेजों का राज था।
एक के बाद एक लड़ाई हो रही थी
अंग्रजों ने राजस्थान स्थित जोधपुर, आंध्र प्रदेश स्थित हैदराबाद और मैसूर रियासत की सेना को हाईफा की लड़ाई में भेजा था। फिर भारतीय सैनिकों ने हाईफा में तुर्की सेना का सामना किया था। यह लड़ाई उस समय हुई थी जब जर्मनी के साथ खड़ी शक्तियों और तुर्क साम्राज्य के बीच लगातार एक के बाद एक लड़ाई हो रही थी। इन लड़ाइयों को सिनाई और फिलिस्तीन अभियान का नाम दिया गया था।