अमेरिका: क्या पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI ने की थी अकाली नेता की हत्या की साजिश?
नई दिल्ली। अकाली दल के नेता और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने रविवार को कहा कि उन पर पाकिस्तान खुफिया एजेंसी आईएसआई या खालिस्तान समर्थकों की साजिश हो सकती है। उन्होंने कहा कि उन पर 2020 पंजाब जनमत संग्रह की मांग करने वाले और खालिस्तान के सदस्य गुरपतवंत सिंह पन्नूम ने करवाया था। बता दें कि मनजीत सिंह पर पिछले माह अमेरिका के कैलिफोर्निया में 25 अगस्त पर अटैक हुआ था।
अटैक के पीछे ISI और खालिस्तान समर्थकों का हाथ
मनजीत सिंह ने कहा है, 'मुझे लगता है कि कैलफोर्निया में मेरे ऊपर जो हमला हुआ, उसे आईएसआई, गुरपतवंत सिंह पन्नून और रेफरेंडम 2020 के सदस्यों ने कराया। उन लोगों ने कैलिफोर्निया में मुझे मारने की हर संभव कोशिश की।' मनजीत ने बताया कि गुरु नानक 550वीं जयंति के लिए न्यूयॉर्क के बाद सिख कम्युनिटी से बात करने के लिए कैलिफोर्निया जा रहे थे, तब उन पर अटैक हुआ था। उनके एक साथी को भी लोगों ने घायल कर दिया था।
पुलिस ने सरबजीत नाम के शख्स को किया था अरेस्ट
मनजीत पर अटैक के बाद कैलिफोर्निया पुलिस ने सरबजीत सिंह खंगुरा नाम के शख्स को गिरफ्तार कर दिया था। जिसके बाद कोर्ट ने उसे 15 हजार डॉलर का जुर्माना भरवाकर जमानत पर छोड़ दिया था। इससे पहले खुद मनजीत सिंह ने इस बाबत सोशल मीडिया पर वीडियो के जरिए इसकी जानकारी दी थी। इससे पहले कमेटी के अध्यक्ष और उनके परिवार के साथ न्यूयॉर्क शहर में बदसलूकी हो चुकी है
अमरिका से लेकर खालिस्तान समर्थक उतर चुके सड़कों पर
मनजीत ने कहा था कि 'सिख फॉर जस्टिस' की तरफ से मुझे धमकियां मिल रही हैं, लेकिन मैं ऐसी धमकियों से डरने वाला नहीं हूं। दिल्ली कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका ने कहा था कि वह इस तरह की धमकियों से नहीं डरते हैं। उन्होंने कहा कि धमकी देने वालों को यह नहीं पता है कि मनजीत सिंह के पीछे 20 लाख सिखों का समर्थन है। बता दें कि अमेरिका और ब्रिटेन में सिखों के कुछ ग्रुप खालिस्तान का समर्थन करते हुए लगातार पंजाब जनमत संग्रह की मांग कर रहे हैं। पश्चिमों में सिख समुदाय के कुछ ग्रुप 2020 में जनमत संग्रह को कई बार सड़कों पर भी उतर चुके हैं।
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