नई दिल्ली-लखनऊ और अहमदाबाद-मुंबई के बीच तेजस एक्सप्रेस का संचालन बंद, जानिए वजह
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने देश के इतिहास में पहली बार प्राइवेट ट्रेनों के संचालन का फैसला लिया था, जिसके बाद तेजस एक्सप्रेस के संचालन की अनुमति दी गई थी। लेकिन तेजस एक्सप्रेस का सफर कुछ खास नहीं रहा, जिसके चलते एक बार फिर से तेजस एक्सप्रेस के संचालन को बंद करने का फैसला लिया गया है। दरअसल नई दिल्ली से लखनऊ के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस और अहमदाबाद से मुंबई के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस को यात्री नहीं मिल रहे थे जिसके चलते दोनों ही ट्रेनों के संचालन को बंद करने का फैसला लिया गया है।
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23 नवंबर से संचालन बंद
नई दिल्ली से लखनऊ के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस को 23 नवंबर से बंद कर दिया जाएगा, जबकि अहमदाबाद से मुंबई के चलने वाली तेजस एक्सप्रेस का 24 नवंबर से संचालन बंद कर दिया जाएगा, यानि अब यह ट्रेनें रेलवे ट्रैक पर नजर नहीं आएंगी और अब यार्ड में ही खड़ी रहेंगी। बता दें कि सरकारी कंपनी इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म लिमिटेड देश की पहली प्राइवेट ट्रेन का संचालन कर रही थी और यह रेल मंत्रालय का ही एक उपक्रम है।
यात्रियों की कमी के चलते फैसला
रेलवे के प्रवक्ता सिद्धार्थ सिंह के अनुसार अगले आदेश तक नई दिल्ली से लखनऊ के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस का संचालन 23 नवंबर से रोका जा रहा है। जबकि मुंबई से अहमदाबाद के बीच चलने वाली तेजस को 24 नवंबर तक अगले आदेश तक बंद किया जा रहा है। आईआरसीटीसी के सूत्रों के अनुसार दिवाली तक इन ट्रेनों का संचालन ठीक रहा, लेकिन इसके बाद ट्रेन में यात्रियों की भारी कमी है, जिसके चलते आईआरसीटीसी प्रबंधन ने दोनों ही ट्रेनों के संचालन को रोकने का फैसला लिया है।
अगले आदेश तक संचालन बंद
बता
दें
कि
19
मार्च
को
भी
इन
ट्रेनों
का
संचालन
बंद
किया
गया
था।
उसके
बाद
लॉकडाउन
के
चलते
ट्रेनों
के
संचालन
को
पूरी
तरह
से
ठप
कर
दिया
गया
था,
जिसकी
वजह
से
यह
ट्रेनें
नहीं
चल
रही
थीं।
ऐसे
में
एक
बार
फिर
से
ट्रेनों
का
संचालन
शुरू
होने
के
बाद
इन
दोनों
ही
ट्रेनों
को
यात्री
नहीं
मिल
रहे
थे,
जिसकी
वजह
से
आईआरसीटीसी
ने
इन
दोनों
ट्रेनों
का
संचालन
अगले
आदेश
तक
रोकने
का
फैसला
लिया
है।
तेज के संचालन में बहुत अधिक खर्चा, यात्री कम
रिपोर्ट के अनुसार एक अधिकारी ने बताया कि इन दोनों ही ट्रेनों के संचालन का खर्च काफी अधिक है, लेकिन ट्रेन से आने वाली आय बहुत कम है। इस ट्रेन को एक दिन चलाने का कुल खर्च 15-16 लाख रुपए आ रहा है, जबकि पूरी ट्रेन की बात करें तो इसमे सिर्फ 50-60 यात्री ही बुकिंग करा रहे हैं। औसत 1000 रुपए प्रति यात्री का किराया मान लिया जाए तो भी कुल आमदनी सिर्फ 50-60 हजार रुपए ही हो रही है। इस पूरी ट्रेन में कुल 758 यात्रियों की क्षमता है, लेकिन ट्रेन पूरी तरह से बुक नहीं हो रही है, जिसकी वजह से इसके संचालन में कंपनी को काफी नुकसान हो रहा है।
बुकिंग में भारी गिरावट
गौरतलब है कि लखनऊ से नई दिल्ली और नई दिल्ली से लखनऊ के बीच तेजस का संचालन पिछले वर्ष 4 अक्टूबर को शुरू किया गया था। जबकि अहमदाबाद से मुंबई और मुंबई से अहमदाबाद के बीच तेजस ट्रेन का संचालन इस वर्ष 19 जनवरी को शुरू किया गया था। कोविड के चलते सात महीने तक दोनों ही ट्रेनों का संचालन बंद रहा। लेकिन 17 अक्टूबर को जब एक बार फिर से इन ट्रेनों का संचालन शुरू किया गया तो इन ट्रेनों में औसत यात्रियों की बुकिंग 25 फीसदी के बीच रही जोकि कोरोना काल से पहले 50-80 फीसदी थी।