अब पीएम मोदी जाएंगे ईरान
नई दिल्ली(ब्यूरो) ईरान के संयुक्तु राष्ट्रा सुरक्षा परिषद के पांच स्था यी सदस्यग एवं जर्मनी के साथ समझौते के बाद शुक्रवार को भारत- ईरान के बीच संबंधों को गति देने की बाबत अहम बात हुई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से ईरान के विदेश मंत्री डॉ. जव्वाद ज़रीफ ने भेंट की। मोदी ने चाबहार बंदरगाह के विकास में ईरान के साथ मिलकर काम करने को लेकर भारत की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने मोदी को ईरान यात्रा करने का न्यौता भी दिया।
दूरगामी लाभ
माना जा रहा है कि इसके न केवल भारत और ईरान की जनता, बल्कि अफगानिस्ताान और समूचे मध्यन एशियाई क्षेत्र के लिहाज से भी दूरगामी फायदे होंगे। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर ईरान के राष्ट्रएपति रूहानी से हुई अपनी मुलाकात का स्मधरण किया और यह बात दोहराई कि भारत ईरान के साथ अपने संबंधों को उच्चक प्राथमिकता देता है।
विश्वास जताया
प्रधानमंत्री
ने
उक्त
समझौता
सम्परन्नन
हो
जाने
के
लिए
ईरान
को
बधाई
दी
और
विश्वांस
व्यधक्त
किया
कि
इससे
क्षेत्र
में
और
ज्यादा
शांति
एवं
स्थिरता
स्थाोपित
करने
में
मदद
मिलेगी।
मोदी
और
ईरान
के
विदेश
मंत्री
ने
अफगानिस्ताजन,
पश्चिम
एशिया
एवं
दक्षिण
एशिया
समेत
क्षेत्रीय
घटनाक्रमों
पर
अपने-अपने
विचारों
का
आदान-प्रदान
किया।
भारत
करीबी
मित्र
जरीफ ने इस मौके पर जानकारी दी कि ईरान भारत को अपना रणनीतिक भागीदार मानता है और ईरान के कठिन दिनों में भारत की ओर से उसे मिले समर्थन को वह भूल नहीं सकता। ईरान तेल व गैस, निवेश, उर्वरक, बुनियादी ढांचागत विकास एवं कनेक्टिविटी समेत सभी क्षेत्रों में मिलजुलकर काम करने को लेकर आशान्वित है।
उन्होंने ईरान के राष्ट्रपति की ओर से प्रधानमंत्री को ईरान आने का न्यौता दिया। प्रधानमंत्री ने राजनयिक चैनलों के माध्यम से तय होने वाली पारस्परिक सहमति वाली तिथियों पर ईरान का दौरा करने पर अपनी रज़ामंदी जाहिर की।