नए साल पर लगा महंगाई का पहला झटका, रेलवे ने बढ़ाया किराया, देखें नई फेयर लिस्ट
नई दिल्ली। पहले से ही महंगाई झेल रहे आम लोगों को नए साल की शुरुआत में एक और बड़ा झटका लगने जा रहा है। रेलवे ने देशभर में मूल यात्री किराए में बढ़ोतरी की है। रेलवे ने एक आदेश जारी कर कहा है कि उपनगरीय भाड़े में वृद्धि नहीं की गई है। यात्रियों को पहले की तुलना में अब ज्यादा किराया चुकाना होगा, जिसका लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों पर बड़ा असर होगा। किराये की बढ़ी हुई दरें 1 जनवरी, 2020 से लागू हो जाएंगी।
सब अर्बन किराया में कोई बढ़ोतरी नहीं
रेलवे बोर्ड ने मंगलवार देर शाम इस आशय का परिपत्र सभी जोनों के प्रधान मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधकों के लिए जारी किया। नये किराये एक जनवरी 2020 से लागू होंगे। रेलवे के परिपत्र के मुताबिक उपनगरीय सेवा के एकल यात्रा टिकट, मासिक एवं त्रैमासिक सीजन टिकटों के किराये में कोई वृद्धि नहीं की गयी है। माल एवं सेवाकर (जीएसटी) पूर्ववत लागू होगा। बता दें कि, भारतीय रेलवे की कमाई 10 साल के निचले स्तर पर पहुंच गई है। रेलवे का परिचालन अनुपात वित्त वर्ष 2017-18 में 98.44 प्रतिशत पर पहुंच गया है, जिसका मतलब यह है कि रेलवे को 100 रुपये कमाने के लिए 98.44 रुपये खर्च करने पड़े हैं।
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रेलवे ने बढ़ाया किराया
नॉन एसी सेकेंड क्लास के किराये में प्रति किलोमीटर 1 पैसे की वृद्धि की गई है। स्लीपर क्लास के लिए भी किराये में 1 पैसे की बढ़ोतरी की गई है। जबकि फर्स्ट क्लास के किराये में 1 पैसे की वृद्धि की गई है। मेल एक्सप्रेस ट्रेनों में बढ़े किराये की बात करें तो सेकेंड क्लास के किराये में 2 पैसे, स्लीपर क्लास के किराये में 2 पैसे तथा फर्स्ट क्लास के किराये में 2 पैसे की वृद्धि की गई है। अगर आसान शब्दों में समझे तो दिल्ली से कोलकाता राजधानी एक्सप्रेस से जा रहे हैं, जो 1,447 किलोमीटर है। अब आपको 4 पैसे प्रति किलोमीटर की दर से बढ़ा हुआ किराया लगभग 58 रुपये अतिरिक्त देना होगा।
सबसे अधिक एसी श्रेणी में बढ़ाया गया
एसी श्रेणी की बात करें तो एसी चेयर कार के किराये में 4 पैसे, एसी-3 टीयर के लिए 4 पैसे, एसी-2 टीयर के किराये में 4 पैसे तथा एसी फर्स्ट क्लास के किराये में भी चार पैसे की वृद्धि की गई है। आरक्षण शुल्क, सुपरफास्ट शुल्क में कोई बदलाव नहीं किया गया है। भाड़े में बढ़ोतरी पहले ही बुक हो चुकीं टिकटों पर लागू नहीं होगी। भाड़े में वृद्धि शताब्दी, राजधानी ट्रेनों के लिए भी लागू होगी।
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