अरुणाचल सीमा विवाद: असम में अपनी ताकत बढ़ाते हुए सेना ने तैनात किए पिनाका और स्मर्च, देखें VIDEO
नई दिल्ली, 22 अक्टूबर: लद्दाख में भारत और चीन के बीच सीमा विवाद पिछले साल मई से ही जारी है। हाल ही में अरुणाचल में भी चीन ने घुसपैठ की कोशिश की, जिसे भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया। हालांकि पूर्वोत्तर में भारतीय सेना लंबे वक्त से खुद को मजबूत कर रही है। जिसके तहत असम में पिनाका और स्मर्च मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम की तैनाती की गई। शुक्रवार को सेना ने लोगों के सामने अपने इन दो खतरनाक हथियारों का प्रदर्शन किया, जो पलभर में दुश्मन के ठिकानों का तबाह करने की क्षमता रखते हैं।

मामले में बैटरी कमांडर लेफ्टिनेंट कर्नल सरथ ने बताया कि पिनाका और स्मर्च मल्टी रॉकेट लॉन्चर सिस्टम विभिन्न प्रकार के गोला-बारूद को फायर करने के लिए डिजाइन किए गए हैं। ये तुरंत कार्रवाई करने वाली मशीन है, साथ ही इसका निशाना भी अचूक होता है। खास बात तो ये है कि इन्हें कम समय में दुर्गम इलाकों में तैनात किया जा सकता है, जिससे भारतीय सेना की फायर पावर बढ़ती है। वहीं मेजर श्रीनाथ ने कहा कि स्मर्च लांचर भारतीय तोपखाने के शस्त्रागार में एक बहुत ही शक्तिशाली हथियार है। ये 90 किमी की रेंज तक फायर कर सकता है। साथ ही 40 सेकेंड में 12 रॉकेट दागने में सक्षम है।
#WATCH Indian Army displays Pinaka & Smerch multiple rocket launcher systems in Assam pic.twitter.com/6FkiRHbApb
— ANI (@ANI) October 22, 2021
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अरुणाचल पर क्यों है विवाद?
दरअसल चीन ने 1950 के आसपास तिब्बत पर जबरन कब्जा कर लिया। इसके बाद से वो अपनी विस्तारवादी नीति पर काम कर रहा है। उसका दावा है कि भारत ने उसकी 90 हजार वर्ग किलोमीटर जमीन पर कब्जा कर रखा है, जबकि भारत का कहना है कि ड्रैगन ने अक्साई चीन में उसकी 38 हजार वर्ग किमी जमीन पर अवैध कब्जा किया है। चीन का ये भी दावा है कि अरुणाचल प्रदेश दक्षिणी तिब्बत है, ऐसे में भारत उस पर से अपना हक छोड़े। हाल ही में जब उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू अरुणाचल की यात्रा पर गए थे, तो चीन ने उस पर कड़ा ऐतराज जताया था। हालांकि भारत ने भी चीन को आंतरिक मामलों में दखल ना देने की सलाह दी। सूत्रों के मुताबिक कुछ दिनों पहले चीन ने अरुणाचल में घुसपैठ की थी, जहां भारतीय सेना और पीएलए के सैनिक आमने-सामने आ गए। साथ ही कुछ चीनियों के बंदी बनाए जाने की खबर थी, लेकिन सेना ने आधिकारिक रूप से इस पर कुछ नहीं कहा था।