सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत होंगे देश के पहले CDS, 31 दिसंबर को पद से हो रहे हैं रिटायर
नई दिल्ली। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ यानी सीडीएस होंगे। सूत्रों की ओर से सोमवार को इस बात की जानकारी दी गई है कि केंद्र सरकार ने उनके नाम पर मोहर लगा दी है। केंद्रीय कैबिनेट की तरफ से 24 दिसंबर को हुई एक मीटिंग में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) की नियुक्ति को मंजूरी दी थी। सीडीएस एक फोर स्टार जनरल होगा जो रक्षा मंत्रालय में मिलिट्री मामलों से जुड़े एक विभाग का मुखिया होगा।
सीडीएस होगा देश का फोर स्टार जनरल
सीडीएस की तनख्वाह और उन्हें मिलने वाले भत्ते, बाकी सेना प्रमुखों के बराबर ही होंगे। सीडीएस, तीनों सेना प्रमुखों को आदेश देगा। साथ ही उस पर जिम्मा होगा कि वह संघर्ष के समय एक नई थियेटर कमांड को तैयार करे। सीडीएस से जुड़ी कमेटी जिसे पीएम मोदी ने तैयार किया था और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोवाल, इसके मुखिया हैं।इस कमेटी की तरफ से उन ड्यूटीज का चार्टर भी तैयार किया गया है जो सीडीएस के लिए हैं। सीडीएस को सरकार का इकलौता मिलिट्री सलाहकार कहा जा रहा है।
सरकार का मिलिट्री सलाहकार
सीडीएस को सरकार का इकलौता मिलिट्री सलाहकार कहा जा रहा है। कारगिल की जंग के बाद बनाई गई कारगिल रिव्यू कमेटी के अध्यक्ष के सुब्रहमण्यम की तरफ से पहली बार सीडीएस का प्रस्ताव सरकार को दिया गया था। कमेटी ने फरवरी 2000 में एक रिपोर्ट सदन में पेश की थी। सुब्रह्मण्यम देश के वर्तमान विदेश मंत्री डॉक्टर एस जयशंकर के पिता हैं।जनरल बिपिन रावत इस माह की 31 तारीख को रिटायर हो रहे हैं। उनकी जगह पर लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवाणे देश के अगले सेना प्रमुख होंगे।
पार्रिकर दे चुके थे प्लान को मंजूरी
जिस समय मनोहर पार्रिकर देश के रक्षा मंत्री थे तो उन्होंने इस प्लान को मंजूरी दी थी। वर्तमान में तीनों सेनाओं का मुखिया ही फोर स्टार जनरल होता है। हालांकि वर्तमान समय में तीनों सेनाओं का एक मुखिया होता है लेकिन वह थ्री स्टार जनरल होता है।कारगिल की जंग के बाद बनाई गई रिव्यू कमेटी की रिपोर्ट को ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स (जीओएम) को सौंपा गया था जिसके मुखिया तत्कालीन उप-प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी थे। उस समय जहां सेना ने इसका समर्थन किया तो वायुसेना और नौसेना इसके पक्ष में नहीं थीं।
अमेरिका में भी है सीडीएस की परंपरा
अमेरिका में भी सीडीएस की परंपरा है और उन्हें ज्वॉइन्ट चीफ्स चेयरमैन के तौर पर संबोधित किया जाता है। वह पेंटागन के मुखिया होते हैं। इस साल जब 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से अपना संबोधन दिया था तो उस समय ही उन्होंने सीडीएस का ऐलान किया था। हथियार खरीद प्रक्रिया हो या फिर ज्वॉइन्ट प्लानिंग या फिर ट्रेनिंग, इन सब क्षेत्रों में इस थ्री स्टार जनरल की शक्तियां बहुत ही सीमित होती हैं। सीडीएस के पास अंडमान निकोबार द्वीप में स्थित तीनों सर्विसेज की कमांड का जिम्मा होगा। इसके साथ ही उन्हें साइबर और स्पेस कमांड का भी जिम्मा भी दिया जाएगा।