सुकना में आर्मी का चीता हेलीकॉप्टर क्रैश, तीन ऑफिसर शहीद
नगरोटा के बाद सुकना में इंडियन आर्मी के तीन ऑफिसर शहीद। सिलीगुड़ी के आर्मी बेस के पास क्रैश हुआ चीता हेलीकॉप्टर।
सुकना। नगरोटा के बाद सिलीगुड़ी से इंडियन आर्मी के लिए बुरी खबर आ रही है। यहां पर आर्मी बेस के पास सुकना में एक चीता हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया है। इसमें सवार तीनों ऑफिसर शहीद हो गए हैं।
बुधवार सुबह हुआ हादसा
बुधवार सुबह 10:30 बजे यह हादसा हुआ है। एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर (जेसीओ) बुरी तरह से जख्मी है। सुकना पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्से में स्थित है।
जो तीन ऑफिसर शहीद हुए हैं उनके नाम हैं मेजर संजीव लैतहार, मेजर अरविंद बजाला और लेफ्टिनेंट कर्नल रजनीश कुमार।
सेना की ओर से इस घटना की इनक्वायरी के आदेश दे दिए गए हैं। सुकना में इंडियन आर्मी की 33वीं कमान है और यह आर्मी के लिए काफी खास है।
हादसा उस समय हुआ जब हेलीकॉप्टर रुटीन मिशन के बाद कैंप के हैलीपैड की ओर वापस लौट रहा था। जो जेसीओ जख्मी है उसे काफी नाजुक हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
क्या है खासियतें
चीता की क्षमता चार लोगों की है लेकिन इसे पांच तक किया जा सकता है। शुरुआत में यह फ्रांस में बनता था लेकिन अब भारत इसका निर्माण करने लगा है।
यह एक सिंगल इंजन वाला हेलीकॉप्टर है तो 121 किमी प्रति घंटे की स्पीड से उड़ान भर सकता है और चार मिनट में एक किमी का सफर तय करता है।
इसे खासतौर पर ऊंचाई वाले स्थानों पर ऑपरेशंस के लिए डिजाइन किया गया है। इसे बनाने वाली कंपनी हिदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के मुताबिक यह हल्का और हाई परफॉर्मेस वाला हेलीकॉप्टर लेटेस्ट टेक्नोलॉजी से लैस है।
की जा चुकी है बैन की मांग
वर्ष 2014 में आर्मी ऑफिसर्स की पत्नियों के संगठन की ओर से चीता और चेतक हेलीकॉप्टर के प्रयोग को बंद करने की मांग की गई थी। इस हेलीकॉप्टर नेे पिछले दो दशकों में 191 क्रैश के बाद 294 सैनिकों की जान ले ली है।