सरकार 'अग्निपथ योजना' के तहत करने जा रही है सेना भर्ती, अग्निवीर के रूप में शामिल होंगे युवा
नई दिल्ली, 06 अप्रैल: केंद्र सरकार सेना में भर्ती की प्रक्रिया में बड़ा सुधार करने जा रही है। जिससे सशस्त्र बलों की आयु प्रोफ़ाइल में काफी कमी आने की उम्मीद है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोदी सरकार सेना में भर्ती के लिए 'अग्निपथ प्रवेश योजना' लाने वाली है जिसके जरिए सेवा में आए सैनिकों को 'अग्निवीर' कहा जाएगा। जिसके तहत युवाओं को तीन साल की अवधि के लिए सैनिकों के रूप में सूचीबद्ध किया जाएगा। इसके बाद युवा सिविल सेक्टर की नौकरियों के लिए किस्मत आजमा सकेंगे।
वरिष्ठ सरकारी सूत्रों ने बताया कि इन युवाओं को सेवा के तीन वर्षों के दौरान, सैनिकों को अग्निवीर (अग्नि योद्धा) के रूप में जाना जाएगा। जिसके बाद रक्षा बलों के पास उनमें से कुछ को सेवा में रखने का विकल्प होगा। इस योजना को अंतिम रूप देने की चर्चा अंतिम स्तर पर है। सूत्रों ने कहा कि तीनों सेना फिलहाल योजना के संचालन का प्रस्तुतीकरण दे रही हैं। सरकार के शीर्ष स्तर पर प्रस्तुतियां दी जा चुकी हैं। शीर्ष नेतृत्व का योजना का पूरा समर्थन है।
एएनआई की खबर के मुताबिक, यह मुद्दा दो साल पहले शुरू हुआ जब बलों ने 'टूर ऑफ ड्यूटी योजना' पर चर्चा शुरू की थी। इसमें सैनिकों को एक अल्पकालिक अनुबंध के तहत भर्ती किया जाएगा। उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा और विभिन्न क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा। योजना में रक्षा बलों के पास विशिष्ट कार्यों के लिए विशेषज्ञों की भर्ती करने का विकल्प भी होगा। कोरोना के दौरान सशस्त्र बलों में सैनिकों की भर्ती पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा था। तीनों सेनाओं में 1.25 लाख से ज्यादा पद रिक्त हैं।
इस अग्निपथ योजना को अंतिम रूप देने के लिए संबंधित विभागों के साथ कुछ और बैठकों की आवश्यकता होगी। रक्षा मंत्रालय की इस सप्ताह हुई ब्रीफिंग में अग्निपथ प्रवेश योजना की चर्चा हुई। आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे ने 2020 में इस योजना का प्रस्ताव रखा था, लेकिन शीर्ष नेतृत्व के स्तर पर इसे हाल के महीनों में ही गंभीरता से लिया जाने लगा।
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आरंभिक योजना के अनुसार रक्षा सेवा का तीन साल का कार्यकाल पूर्ण होने के बाद इन अग्निवीरों को निजी क्षेत्र में सिविल नौकरियां दी जाएंगी। कई कंपनियों ने इन अग्निवीरों को सेवा में रखने में रुचि दिखाई है। इन कंपनियों को सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त व अनुशासित जवानों का लाभ मिलेगा।