भारत में सबसे कम है Covid-19 केस का अनुपात, प्रति लाख की जनसंख्या पर हैं सिर्फ 7.1 मामले
नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि भारत में प्रति लाख की आबादी पर लगभग 7.1 मामले हैं जबकि पूरी दुनिया में यह औसत लगभग 60 है। सबसे महत्वपूर्ण तथ्य यह रहा कि पिछले 24 घंटों में भारत में कुल 2,715 रोगियों के ठीक हुए है और वर्तमान में भारत का रिकवरी दर 38.29 फीसदी है।
आंकड़ों के अनुसार स्पेन में प्रति लाख की जनसंख्या पर 494 मामले दर्ज हुए हैं, जो कि सबसे अधिक है, इसके बाद अमेरिका है, जहां प्रति लाख की जनसंख्या पर 431 मामले हैं। इसके बाद इटली हैं, जहां प्रति लाख की जनसंख्या पर 372 और ब्रिटेन में प्रति लाख की जनसंख्या पर 361 मामले हैं।
लॉकडाउन 4.0: जानिए, देश के विभिन्न राज्यों की सरकारों ने अपने राज्य में दी है कितनी छूट?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि मापदंडों के संयोजन पर एक बहु-तथ्यात्मक विश्लेषण किया गया है, जो प्रति लाख जनसंख्या पर कुल सक्रिय मामले, प्रति लाख जनसंख्या में सक्रिय मामले, दोगुनी दर (7 दिनों की अवधि की गणना), मृत्यु दर, परीक्षण अनुपात और परीक्षण की पुष्टि की दर पर आधारित हैं।
जानिए, किस राज्य ने मृतकों का Covid-19 परीक्षण नहीं कराने का फैसला लिया है?
मंत्रालय द्वारा बताया कि वर्तमान में भारत में सक्रिय मामलों के तहत 56,316 मामले हैं। अब तक कुल 36,824 लोगों को Covid-19 से ठीक किया जा चुका है। पिछले 24 घंटों में कुल 2,715 रोगियों के ठीक होने की सूचना है। हमारे पास वर्तमान में 38.29 फीसदी की रिकवरी दर है।
Lockdown 4.0: जानिए, 19 मई से गुजरात में क्या खुलेगा और क्या रहेगा बंद?
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा राज्यों से कहा गया है कि वे सावधानीपूर्वक कन्टेनमेंट और बफर जोन का परिसीमन करें और यह भी सुनिश्चित करें कि कन्टेनमेंट क्षेत्रों में कन्टेनमेंट योजनाओं का कड़ाई से कार्यान्वयन हो। आगे कहा कि प्रत्येक कन्टेनमेंट क्षेत्र के आसपास एक बफर जोन को परिसीमित करना जरूरी है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि संक्रमण आस-पास के क्षेत्रों में नहीं फैल सके।
मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कन्टेनमेंट जोन में विशेष टीमों द्वारा मामलों की सक्रिय खोज के लिए घर-घर की निगरानी, दिशानिर्देशों के अनुसार सभी मामलों का परीक्षण, कांटैक्ट ट्रेसिंग, सभी पुष्ट मामलों के क्लिीनिकल प्रबंधन प्राथमिक कार्य हैं।
Lockdown 4.0: भारतीय जीडीपी में 45 % गिरावट का अनुमान, भीषण मंदी में फंस सकता है भारत