India China Standoff:भारत-चीन की वार्ता 12 घंटे तक चली, पूर्वी लद्दाख के इन इलाकों से सैन्य वापसी पर हुई चर्चा
India China conclude 10th round of military talks: भारत और चीन के बीच शनिवार (20 फरवरी) को कोर कमांडर लेवल की 10वें दौरे की वार्ता 12 घंटे तक चली। इस बैठक में दोनों देशों ने पूर्वी लद्दाख के बाकी इलाके हॉट स्प्रिंग्स, गोगरा और देपसांग जैसे क्षेत्रों से भी सैन्य वापसी पर चर्चा की। बैठक सुबह शनिवार को 10 बजे वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन की तरफ मोल्दो सीमा क्षेत्र में शुरू हुई, जो रात 9 बजकर 45 मिनट तक चली। अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक इस वार्ता में भारत ने दोनों देशों के बीच सीमा विवाद और तनाव को कम करने के लिए हॉट स्प्रिंग्स, गोगरा और देपसांग जैसे पूर्वी लद्दाख के क्षेत्रों से तेज गति से सैनिकों को वापस बुलाने पर जोर दिया। भारत और चीन में सीमा विवाद और सैन्य गतिरोध के लगभग 9 महीने हो गए हैं।

कई वार्ता के समझौते के बाद भारत और चीन ने पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी छोर क्षेत्रों से अपने अपने सैनिकों को वापस बुला लिए हैं। इसके साथ ही दोनों ने देशों ने इन क्षेत्रों से सैन्य उपकरणों को भी हटा लिए हैं। ये प्रक्रिया पूरी होने के दो दिन बाद भारत और चीन में कोर कमांडर स्तर की 10वें दौर की यह वार्ता हुई है। अधिकारिक सूत्रों ने जानकारी दी है कि हॉट स्प्रिंग्स, गोगरा और देपसांग जैसे क्षेत्रों में सैन्य वापसी कैसे कराई जाए और इस प्रक्रिया को कैसे आगे बढ़ाया जाए, इसपर वार्ता की गई है।
बता दें कि पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी छोर क्षेत्रों सैन्य वापसी की प्रक्रिया 10 फरवरी को शुरू हुई थी, जो 18 फरवरी को पूरी कर ली गई है। 10वें दौर की वार्ता का नेतृत्व भारत की ओर से लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन ने किया था। पीजीके मेनन लेह स्थित 14वीं कोर के कमांडर हैं। वहीं चीन प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व मेजर जनरल लिउ लिन ने किया था। मेजर जनरल लिउ लिन चीनी सेना के दक्षिणी शिनजियांग सैन्य जिले के कमांडर हैं।