नोटबंदी के बाद इनकम टैक्स विभाग ने किया 4663 करोड़ रुपये की अघोषित आय का खुलासा
आयकर विभाग ने 8 नवंबर से 1 जनवरी के बीच 253 जगहों पर छापेमारी की। इस दौरान 556 सर्वे किए और 289 जगहों पर जांच के बाद सीज करने की कार्रवाई हुई।
नई दिल्ली। नोटबंदी की घोषणा के बाद आयकर विभाग ने 4663 करोड़ रुपये से ज्यादा की अघोषित आय का खुलासा किया है। कालाधन रखने वालों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में 500 रुपये और 1000 रुपये के नोट बंद करने की सरकार की घोषणा के बाद आठ नवंबर से 1 जनवरी के बीच आयकर विभाग ने लगातार छापेमारी की। विभाग के अधिकारियों ने इस दौरान करीब 562 करोड़ रुपये सीज किए जिनमें से 110 करोड़ रुपये नए नोटों में थे। आयकर विभाग की ओर से अब भी कालाधन रखने वालों के खिलाफ एक्शन जारी है।
पिछले
महीने
जब्त
किए
थे
3000
करोड़
न्यूज
एजेंसी
एएनआई
के
मुताबिक,
आयकर
विभाग
ने
8
नवंबर
से
1
जनवरी
के
बीच
253
जगहों
पर
छापेमारी
की।
इस
दौरान
556
सर्वे
किए
और
289
जगहों
पर
जांच
के
बाद
सीज
करने
की
कार्रवाई
हुई।
आयकर
विभाग
ने
इस
दौरान
टैक्स
चोरी
करने
वालों
और
हवाला
कारोबार
से
जुड़े
लोगों
को
5062
नोटिस
भी
जारी
किए।
पिछले
महीने
आयकर
विभाग
ने
दावा
किया
था
कार्रवाई
के
दौरान
3185
करोड़
रुपये
की
अघोषित
आय
का
खुलासा
करके
सीज
किया
गया
है।
विभाग
ने
तब
तक
86
करोड़
रुपये
के
नए
नोट
भी
जब्त
किए
थे।
आयकर
विभाग
के
अलावा
सीबीआई
और
प्रवर्तन
निदेशालय
(ED)
ने
भी
छापेमारी
की
और
भारी
मात्रा
में
अघोषित
संपत्तियों
का
खुलासा
किया।
पढ़ें: नोटबंदी के बाद जन धन खातों में जमा कराए गए 87000 करोड़
नोटबंदी
की
घोषणा
के
बाद
हुई
कार्रवाई
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
ने
8
नवंबर
को
नोटबंदी
की
घोषणा
की
थी
जिसके
तहत
500
रुपये
और
1000
रुपये
के
पुराने
नोटों
को
बंद
करके
2000
रुपये
और
500
रुपये
के
नए
नोट
जारी
किए
गए।
सरकार
ने
पुराने
नोटों
को
बदलने
और
बैंकों
में
जमा
कराने
के
लिए
50
दिन
का
वक्त
भी
दिया
था।
इसकी
समय
सीमा
30
दिसंबर
को
समाप्त
हुई
है।
इन
50
दिनों
में
ही
आयकर
विभाग,
सीबीआई
और
ईडी
के
अलावा
पुलिस
ने
भी
कई
जगहों
पर
कार्रवाई
करके
कालाधन
और
अघोषित
संपत्तियों
का
खुलासा
किया।
पुलिस
ने
कई
संदिग्धों
को
पकड़ा
जो
अवैध
रूप
से
करोड़ों
रुपये
ले
जा
रहे
थे।
इनमें
से
ज्यादातर
पैसा
हवाला
कारोबार
का
था।
यह भी पढ़ें: ब्राजील की जेल में हुई खूनी झड़प और मौत का तांडव, 60 से ज्यादा की मौत