9 साल की बच्ची को लिया था गोद, आधी रात पुलिस ने लिया अपनी कस्टडी में
इंदौर। मध्य प्रदेश में बच्चा को गोद लेने के नाम पर ह्मुमैन ट्रैफिकिंग का मामला सामने आया है। यहां मंदसौर में नौ साल की बच्ची को पुलिस ने बरामद किया है। बच्ची का दावा है कि उसे सूठोद के डेरे से लाया गया है। इस बच्ची को गोद लेने वाली पेपाबाई ने बताया कि रविवार रात जब वह अजय टॉकीज के पास स्थित अपने घर पर सो रही थीं, तभी पुलिस अचानक यहां आई और बच्ची को यह कहकर अपने साथ ले गई ही कि इसे खरीदकर लाया गया है। यही नहीं जब हम मंगलवार को तमाम कागजों को लेकर थाने पहुंचे तो हमे वहां से भगा दिया गया। पेपाबाई का दावा है कि उसने अपनी सारी संपत्ति बच्ची के नाम कर दी है।
वहीं इस मामले में बाल संरक्षण अधिकारी राघवेंद्र शर्मा का कहना है कि जो महिला बच्ची को गोद लेने का दावा कर रही है वह मंगलवार को मंसदौर नहीं पहुंची थी। इस मामले के सामने आने के बाद एसपी मनोज सिंह ने एसडीओपी मल्हारगढ़ प्रदीप बख्शी को मामले की जांच सौंप दी है। एसडीओपी ने भी महिला के नहीं मिलने की बात कही है।
बच्ची को गोद दिलाने वाले वकील कमल चौधरी का कहना है कि गोद दिलाते समय सभी नियमों का पालन किया गया था, महिला पिपलिया मंडी के पास रहती थी। आपको बता दें कि रविवार रात पुलिस ने 23 लड़कयिों को अपनी गिरफ्त में लिया था, जोकि नाबालिग थीं, इसमे यह बच्ची भी शामिल थी। इन सभी को गलत काम में लिप्त होने के आरोप में पुलिस ने हिरासत में लिया था। कमल चौधरी का कहना है कि बच्ची के वास्तविक पिता राजेश कटारा शीतलामाता मंदिर रोड मेघनगर में मजदूरी करते हैं। पेपाबाई और उसका पति मोटर मैकेनिक हैं। दोनों के बच्चे नहीं थे, जिके बाद उन्होंने बच्ची को पूरी प्रक्रिया का पालन करते हुए गोद लिया है।
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