भारत ने पाकिस्तान को दिया बड़ा झटका, पहली बार OIC बैठक में सुषमा स्वराज होंगी 'गेस्ट ऑफ ऑनर'
नई दिल्ली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अगले महीने अबु धाबी में इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगी। ओआईसी ने पहली बार विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को काउंसिल ऑफ फॉरेन मिनिस्टर्स के 46वें सत्र में बतौर विशिष्ट अतिथि निमंत्रण दिया है। पुलवामा हमले के बाद भारत की कूटनीतिक स्तर पर अहम कामयाबी मानी जा रही है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अगले महीने अबू धाबी में इसमें 'गेस्ट ऑफ ऑनर के तौर पर शरीक होंगी।
संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान ने स्वराज को 'गेस्ट ऑफ ऑनर' के रूप में आमंत्रित किया गया है। वहीं विदेश मंत्रालय ने इस न्योते को भारत में 18.5 करोड़ मुसलमानों की मौजूदगी और इस्लामी जगत में भारत के योगदान को मान्यता देने वाला एक स्वागत योग्य कदम बताया है। भारत ने निमंत्रण के लिए यूएई के नेतृत्व को धन्यवाद दिया और कहा कि इसे स्वीकार करने में खुशी है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ऐसा पहली बार हुआ है कि भारत को इस्लामी सहयोग संगठन (ओआईसी) की बैठक में 'गेस्ट ऑफ ऑनर के तौर पर आमंत्रित किया गया है। सुषमा एक मार्च को इस कार्यक्रम में उद्घाटन सत्र में अपना भाषण देंगी। वहीं मत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि, आमंत्रण यूएई के साथ द्विपक्षीय व्यापक रणनीतिक साझेदारी में 'एक मील का पत्थर' है।
पुलवामा आतंकी हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने के लिए उसके खिलाफ कूटनीतिक कोशिशें तेज किए जाने के बीच ओआईसी ने यह कदम उठाया है। 57 सदस्य देशों वाली ओआईसी दुनिया भर की मुस्लिमों की अहम संस्था है, जो उनके हितों के लिए काम करती है। पाकिस्तान ने कई बार इस संस्था का इस्तेमाल भारत को नीचा दिखाने के लिए किया है। ओआईसी आमतौर पर पाकिस्तान का समर्थक है और कश्मीर मुद्दे पर अक्सर ही पाकिस्तान का पक्ष लेता है।
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