IIT रूड़की ने कम ग्रेड पाने वाले 18 छात्रों का निष्कासन लिया वापस
रुड़की। 18 छात्रों को कैंपस से बाहर का रास्ता दिखाने के बाद आईआईटी रूड़की ने सभी को दोबारा मौका दिया है। बता दें कि सेमेस्टर इग्जैम में ग्रेड कम होने की वजह से इन्हें संस्थान ने घर भेजने का मूड बना लिया था।गौरतलब है कि सेमेस्टर इग्जैम में कम से कम 5 सीजीपीए पाना होता है। जिन छात्रों को संस्थान से बाहर का रास्ता दिखाया गया था उन्होंने मानव संसाधन विकास मंत्रालय से मदद की गुहार लगाई थी।
छात्रों ने की थी शिकायत
मंत्रालय को लिखे अपने पत्र में छात्रों ने कहा था कि उनके घरों की आर्थिक स्थिति कमजोर है। उनका भविष्य बेकार हो जाएगा। वहीं कुछ छात्रों ने प्रधानमंत्री कार्यालय को भी पत्र लिखा था। एक छात्र ने अपनी शिकायत में लिखा था कि 'जो छात्र निकाले गए हैं उनमें से अधिकतर एससी,एसटी ओबीसी कैटेगरी से आते हैं। इन छात्रं ने प्रवेश परीक्षा में कम अंकों के साथ प्रवेश पाया है। इन पर दबाव बनाया जाता है कि वे सामान्य वर्ग के छात्रों के साथ मुकाबला करें। सभी विषयों में पास होने के बाद भी ग्रेडिंग सिस्टम के चलते हमें लोअर ग्रेड मिलते हैं और हमसे संस्थान छोड़ने के लिए कहा जाता है।'
IIT के संग मिलकर फ्यूचर प्लेन इंजन बनायेगा डीआरडीओ
मिला फर्स्ट ईयर में प्रवेश
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक ऐकडेमिक डीन प्रमोद अग्रवाल ने उन्हें बताया कि जिन छात्रों को कम सीजीपीए पाने के चलते संस्थान से बाहर निकाला गया था सभी को दोबारा फर्स्ट ईयर में एडमिशन दे दिया है। हमने फैसला किया है कि हम उन्हें खुद को साबित करने के लिए एक और मौका देंगे।
पोलियो पीडि़त भाई को पीठ पर बैठाकर कराई पढ़ाई, दोनों हुए IIT में सलेक्ट
रो पड़ा छात्र
अखबार के मुताबिक एक छात्र को जब यह खबर मिली की संस्थान ने सभी छात्रों को वापस एडमिशन दे दिया है, वो रो पड़ा औ उसने कहा कि मैं भविष्य में अगली सभी परीक्षाओं में खुद को साबित करूंगा। मैं बता नहीं सकता कि मैं अभी कितना खुश हूं। सूत्रों के मुताबिक संस्थान ने सीजीपीए सिस्टम को बदलने का मन बना लिया है ताकि हर पासिंग इयर में यह समस्या न पैदा हो। गौरतलब है कि बीते साल संस्थान से 72 छात्रों को कम सीजीपीए के चलते बाहर निकाल दिया था लेकिन उनमें से कई वापस आ गए थे।