देश में अब इन लोगों की तुरंत होगी कोरोना जांच, ICMR ने जारी की नई गाइडलाइन
नई दिल्ली: चीन के वुहान से शुरू हुए कोरोना वायरस की चपेट में दुनिया के ज्यादातर देश हैं। भारत में भी कोरोना के मामले 96 हजार के पार पहुंच चुके हैं। जिसको रोकने के लिए लॉकडाउन का चौथा चरण शुरू हो चुका है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय और ICMR ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग पर जोर दे रहा है। जिसके लिए अब ICMR ने कोरोना जांच की नई गाइडलाइन जारी कर दी है। इस गाइडलाइन के आधार पर ही लोगों की जांच की जाएगी।
इन लोगों की तुरंत होगी कोरोना जांच
- जो पिछले 14 दिनों के अंदर विदेश से यात्रा करके वापस आए हैं और उनमें कोरोना के लक्षण हैं।
- जो लोग कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आए हैं और उनमें कोरोना के लक्षण हों।
- हेल्थ वर्कर्स या फ्रंट लाइन पर काम करने वाले लोग जिनमें कोरोना के लक्षण हों, उनकी जांच की जाएगी।
- तीव्र श्वसन संक्रमण से ग्रसित मरीजों की भी जांच की जाएगी।
- जो लोग किसी कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए हों, उनकी जांच संपर्क में आने के 5 से 10 दिन के अंदर की जाएगी।
- कंटेनमेंट और हॉटस्पॉट वाले इलाकों में जिनमें भी कोरोना के लक्षण दिखें, उनकी जांच की जाएगी।
- जो मरीज अस्पताल में भर्ती हों और उनमें कोरोना के लक्षण दिख रहे हों।
- जो कहीं से लौट के आए हों और उनमें कोरोना के लक्षण दिख रहे हों, उनकी भी जांच की जाएगी।
Indian Council of Medical Research (ICMR) releases a revised strategy for #COVID19 testing. pic.twitter.com/JvhMd7kMHI
— ANI (@ANI) May 18, 2020
देश में कोरोना के रिकॉर्ड मामले
दुनिया में कोरोना के 47 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। भारत में भी कोरोना का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। पिछले महज 24 घंटों के दौरान रिकॉर्ड 5242 नए पॉजिटिव केस सामने आने के बाद देश में कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 96169 हो गई है। कोरोना वायरस पिछले 24 घंटों में 157 लोगों की जान भी ले चुका है, जिसके बाद मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 3029 हो गया है। हालांकि राहत की बात ये है कि अभी तक कोरोना वायरस से 36824 मरीज ठीक हो चुके हैं, जिसके बाद एक्टिव केस 56316 हैं।
यह भी पढ़ें: चीन को क्या दंड दिया जाए, ये राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप तय करेंगे: अमेरिकी विदेश मंत्री
Recommended Video
एक लाख टेस्ट का लक्ष्य
फिलहाल कोरोना की वैक्सीन खोजने में सभी देश लगे हुए हैं, लेकिन किसी को सफलता हाथ नहीं लगी है। WHO के मुताबिक अभी सिर्फ सावधानियां बरतते हुए ही कोरोना से बचा जा सकता है। WHO के मुताबिक सिर्फ लॉकडाउन से कोरोना के मामले नहीं रुकेंगे, सभी देशों को ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग करनी होगी, ताकी कोरोना संक्रमित लोगों को अलग किया जा सके। ऐसे में भारत सरकार भी टेस्टिंग बढ़ाने पर काम कर रही है। मई के अंत तक देश में एक लाख टेस्ट रोजाना करने का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही देश में कोरोना टेस्टिंग लैब की संख्या को भी बढ़ाया जा रहा है। हाल ही में सरकार ने प्राइवेट लैब में भी टेस्टिंग की इजाजत दी थी.