2004 की सुनामी में मलबे में दबी हुई मिली थी सौम्या, 17 साल बाद IAS अधिकारी जे राधाकृष्णन ने कराई शादी
चेन्नई, फरवरी 08। तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव और IAS अधिकारी जे राधाकृष्णन ने दुनिया के सामने एक ऐसी मिसाल पेश की है, जो औरों के लिए रोल मॉडल का काम कर सकती है। दरअसल, IAS ऑफिसर जे राधाकृष्णन ने सोमवार को एक ऐसी लड़की की शादी कराई, जिसने 2004 में आई सुनामी जैसी प्राकृतिक आपदा में अपने माता-पिता को खो दिया था। जे राधाकृष्णन ने एक जिम्मेदार नौकरशाह बनकर ये साबित किया है कि वो एक नेक इंसान भी हैं।
2004 की सुनामी में मारे गए थे सौम्या के माता-पिता
आपको बता दें कि 17 साल पहले जे राधाकृष्णन ने 5 साल की सौम्या की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ली थी। 2004 में जब सुनामी आई थी तो उस वक्त सौम्या के माता-पिता उस आपदा में मारे गए थे और सौम्या खुद मलबे में दबी हुई मिली थीं। 17 साल बाद जब सौम्या 22 वर्ष की हो गई तो जे राधाकृष्णन ने उसकी शादी कराई। शादी समारोह नागपट्टिनम जिले में रखा गया।
मलबे में दबी हुई मिली थी सौम्या
आपको बता दें कि 2004 में 5 साल की सौम्या वेलंकन्नी जिले में मलबे के अंदर दबी हुई मिली थी। राहत-बचाव की टीमों ने सौम्या को तुरंतअन्नाई सत्य गवर्नमेंट होम में शिफ्ट किया गया था। इस सेंटर को तमिलनाडु सरकार ने शुरू किया था। इस सेंटर में अनाथ बच्चों को रखा जाता था। इसी सेंटर में जे राधाकृष्णन ने सौम्या और मीना नाम की बच्ची को गोद लिया था। जे राधाकृष्णन उन बच्चियों के पिता बने थे। उसके बाद से एक शिक्षक और एक अभिभावक के रूप में उन बच्चियों का पालन-पोषण किया। जे राधाकृष्णन जब भी नागपट्टिनम जाते थे तो सभी बच्चों से मिलते थे।
बीए इकॉनोमिक्स से सौम्या ने की ग्रेजुएशन
पिछले 17 साल से जे राधाकृष्णन इन बच्चियों का पालन-पोषण कर रहे थे। इन 17 सालों में सौम्या ने स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद एडीएम कॉलेज फॉर विमेन में बीए इकॉनोमिक्स से ग्रेजुएशन की। पढ़ाई पूरी हो जाने के बाद जे राधाकृष्णन ने सौम्या की शादी सुभाष नाम के युवक से कर दी है। शादी समारोह में उन्होंने एक पिता की पूरी जिम्मेदारी निभाई। सौम्या की शादी के बाद जे राधाकृष्णन ने बताया कि वो इस शादी को देख काफी खुश भी हैं काफी भावुक भी हैं।
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