Helicopter Crash: 4 दिन में Out of Stock हुई ब्रिगेडियर लिड्डर की बेटी की किताब, इस खास वजह से बढ़ी डिमांड
नई दिल्ली, 11 दिसंबर: तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार (08 दिसंबर) को हुए हेलिकॉप्टर दुर्घटना में सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी के अलावा अन्य 12 सैन्य अफसरों ने जान गंवाई थी, जिसमें ब्रिगेडियर एल एस लिड्डर भी शामिल थे। अब पिता की शहादत के बाद बेटी आशना लिड्डर की किताब की अचानक काफी डिमांड बढ़ गई है। उनकी बेटी की बुक जमकर सेल हो रही है।
4 दिनों में किताब स्टॉक से बाहर
दरअसल, हेलीकॉप्टर हादसे में जान गंवाने वाले ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर की बेटी आशना लिड्डर द्वारा लिखी गई किताब भारी मांग के चलते ऑउट ऑफ स्टॉक हो गई है। हवाई दुर्घटना के बाद से ही 17 साल की बेटी की किताब तेजी से बिक रही है। पिछले 4 दिनों में किताब इतनी बिक चुकी है कि यह स्टॉक से बाहर हो गई है।
'इन सर्च ऑफ ए टाइटल' की डिमांड बढ़ी
इस भयानक हादसे में पिता की मौत के बाद ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिड्डर की बेटी आशना लिड्डर की ओर से दिखाए गए धैर्य और दृढ़ संकल्प ने कई लोगों की आंखें में आंसू ला दिया है। दूसरी तरफ उनकी किताब 'इन सर्च ऑफ ए टाइटल' की डिमांड भी हाल ही के दिनों में काफी बढ़ गई। बुक एक किशोरी के एक्सपीरियंस, चिंतन और सीखने की जर्नी के बारे में बताया गया है। हालांकि अब यह किताब दुकानों में उपलब्ध नहीं है।
250 बुक पहले ही बिक चुकी
वहीं आशना के पब्लिशिंग क्रिएटिव एक्सरोज ने कहा कि अचानक से बुक की डिमांड काफी हाई हो गई है। अब हम इसकी और कॉपियां प्रकाशित कर रहे हैं। 250 बुक पहले ही बिक चुकी हैं। इस किताब के लिए कई तरफ से लोग आ रहे हैं और हमने इसका प्रकाशन शुरू कर दिया है। बता दें कि परिवार इस समय कैमरे से दूर शोक में है। परिवार के एक दोस्त ने बेटी और पत्नी की स्थिति के बार में बकाया कि ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह की पत्नी गीतिका अपनी बेटी से बात करती रहती है कि 'मुझे देखो, क्या मैं रो रही हूं? गीतिका अपनी आशना से बोलती है कि तुम्हें अपने पिता की तरह मजबूत होना चाहिए।
किताब की प्रस्तावना बिपिन रावत ने लिखी थी
गौरतलब है कि आशना लिड्डर की किताब 'इन सर्च ऑफ ए टाइटल' की प्रस्तावना चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत ने लिखी थी। जनरल बिपिन रावत ने लिखा था कि 'आशना ने कविताओं के माध्यम से मानवता की भावना को समाहित किया है। एक सैन्य परिवार में पली-बढ़ी, उसने हर बच्चे को अपने जैसी स्थिति में उतार-चढ़ाव का अनुभव किया है। शब्द और वाक्यांश उसके विश्वास की अभिव्यक्ति हैं और निश्चित रूप से एक है नवोदित कवि, पहचाने जाने की प्रतीक्षा में। इसलिए कविता में अपनी खोज को जुनून के साथ जारी रखें और शुभकामनाएं दें।'
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