कैसे आरएसएस बचाएगा पश्चिम बंगाल को जेहादी गतिविधियों से?
राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (आरएसएस) के मुताबिक पश्चिम बंगाल के लोगों को बताने की जरूरत की राज्य में जेहादी गतिविधियों को बख्शा नहीं जाएगा। राज्य में जेहाद के खिलाफ लोगों में लाई जाएगी जागरुकता।
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में धीरे-धीरे आतंकी गतिविधियां बढ़ती जा रही हैं और अब राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ ने तय किया है कि वह लोगों में इसके प्रति जागरुकता लाएगी। बांग्लादेश के आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिद्दीन(जेएमबी) के आतंकियों की घुसपैठ ने अब राज्य को आतंकवाद की फैक्ट्री में तब्दील कर दिया है।
लोगों को किया जाएगा जागरुक
पश्चिम बंगाल में इस समय छोटी इंडस्ट्रीज हैं जहां पर बम बनाने का काम होता है। एक अनुमान के मुताबिक इन मॉड्यूल्स ने 1,000 से ज्यादा बम तैयार कर लिए हैं। आरएसएस के पश्चिम बंगाल के सचिव जिश्नू बसु ने मीडिया को जानकारी दी है कि लोगों को अब यह बताने की जरूरत है कि अगर वे इस तरह की जेहादी गतिविधियों का हिस्सा बनेंगे तो फिर उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा है कि उनके कार्यकर्ता लोगों को समझाएंगे कि पश्चिम बंगाल में अगर यही गतिविधियां जारी रहीं तो फिर यह भी बांग्लादेश की तरह बन जाएगा। बसु ने कहा कि लोगों की राजनीतिक पसंद, उनके धार्मिक विश्वास और ऐसी बातों की परवाह किए बिना लोगों को जागरुक किया जाएगा। उन्हें राज्य में बढ़ती जेहादी गतिविधियों के लिए जागरुक किया जाएगा।
एक हो गए हैं जेएमबी और आईएसआईएस
इंटेलीजेंस ब्यूरों (आईबी) क लिए आईएसआईएस और जेएमबी का एक साथ आना भी चिंता का विषय है। इस गठबंधन ने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा पैदा कर दिया है। आईबी के मुताबिक दोनों के पैटर्न का अध्ययन करने के बाद यह बात तो साफ है कि जेएमबी, आईएसआईएस के नाम पर फील्ड वर्क कर रही है। जेएमबी उसी विचारधारा को आगे बढ़ाती है जिसे आईएसआईएस मानता है। इस संगठन की जांच कर रहे अधिकारी मानते हैं कि जेएमबी बंगाल में बंगाल खलीफा को लाना चाहता है। इसके अलावा इस बात का भी पता लगा है कि बंगाल खलीफा जिसकी योजना की गई है, वह बांग्लादेश, पश्चिम बंगाल, असम और झारखंड को कवर करेगा। जेएमबी और आईएसआईएस गठबंधन को अबु सुलेमान नामक व्यक्ति लीड कर रहा है जो कि बांग्लादेशी है। यह वही व्यक्ति है जिसने मूसा को शामिल किया था और उसे कुछ टारगेट्स का अध्ययन करने के लिए कहा था। साथ ही इस संगठन के सदस्यों को बंदूक और बम नहीं बल्कि लोगों पर चाकू से हमला करने को कहा गया है।