500 और 1000 के नोट बैन के बाद कैसे होगा यूपी में चुनाव?
केंद्र सरकार के फैसले के बाद कैसे चुनाव लड़ेंगी राजनीतिक पार्टियां, सरकार के फैसले के बाद चुनावी गणित पर पड़ेगा बड़ा असर
लखनऊ। जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अचानक से 500 और 1000 रुपए के नोट को प्रतिबंधित कर दिया है, उसने यूपी की राजनीतिक पार्टियों और नेताओं की मुश्किलें काफी बढ़ा दी होंगी।
आपके
पास
भी
हैं
500
और
1000
के
नोट,
यहां
से
बदल
लें
कहां
से
आएगा
पैसा
यूपी
चुनाव
में
महज
कुछ
महीने
बचे
हैं
और
तमाम
राजनीतिक
पार्टियां
इसकी
तैयारियों
में
जुटी
है।
लेकिन
जिस
तरह
से
500
और
1000
के
नोट
पर
प्रतिबंध
लगा
है
उसने
एक
बड़ा
सवाल
यह
खड़ा
कर
दिया
है
कि
कैसे
चुनाव
में
पैसे
का
इस्तेमाल
किया
जाएगा।
पीएम
मोदी
ने
कहा-
आज
रात
से
500
और
1000
रुपए
के
नोट
बंद,
आएंगे
2000
के
नोट
पैसों
का
लेन-देन
बड़ी
मुश्किल
चुनाव
में
पैसों
की
बड़ी
लेन-देन
बड़ी
नोटों
के
स्वरूप
में
होती
है
और
इसकी
सबसे
बड़ी
वजह
यह
होती
है
कि
बड़े
नोटों
को
आसानी
से
एक
जगह
से
दूसरी
जगह
ले
जाया
जाता
है।
नए
फैसले
के
बाद
राजनेताओं
के
पास
जमा
बड़ी
संख्या
में
पैसा
उनकी
मुश्किल
बन
सकता
है।
500-1000
के
नोट
बंद,
सोशल
मीडिया
ने
कहा-
सर्जिकल
स्ट्राइक
ऑन
ब्लैकमनी
कैसे
बंटेगे
तोहफे
चुनाव
में
राजनीतिक
पार्टियां
पैसों
का
इस्तेमाल
पार्टी
के
कार्यकर्ताओं
को
उनके
संसदीय
क्षेत्र
में
लड़ने
के
लिए
भेजती
है,
जिसके
जरिए
प्रचार
गाड़ियों
को
सजाने,
शहरभर
में
पार्टी
का
प्रचार
करने,
लोगों
को
लुभाने
के
लिए
शराब,
कपड़ा
सहित
तमाम
चीजें
बांटती
है।
लेकिन
सरकार
के
इस
फैसले
के
बाद
एक
बडी
मुश्किल
यह
भी
सामने
आई
है
कि
तमाम
पार्टियां
कैसे
राजनीति
की
आड़
में
इस
फैसले
का
तोड़
निकालती
हैं।
एक
नंबर
का
पैसा
बड़ी
चुनौती
यहां
एक
बात
यह
भी
ध्यान
रखने
वाली
है
कि
सरकार
ने
2000
रुपए
के
नए
नोट
लाने
का
भी
फैसला
लिया
है,
ऐसे
में
राजनीतिक
पार्टियों
को
इस
नोट
को
हासिल
करने
के
लिए
बैंक
का
रुख
अख्तियार
करना
पड़ेगा,
जिसके
लिए
एक
नंबर
के
पैसे
का
बैंक
में
होना
बेहद
जरूरी
है।
भाजपा
के
लिए
बड़ा
फायदा
जिस
तरह
से
समाजवादी
पार्टी
पिछले
कुछ
दिनों
से
महागठबंधन
की
कोशिशों
में
जुटी
थी
और
अखिलेश
यादव
को
लोकप्रिय
नेता
के
तौर
पर
देखा
जा
रहा
है,
ऐसे
में
पीएम
मोदी
के
इस
फैसले
के
बाद
भारतीय
जनता
पार्टी
को
प्रदेश
के
चुनाव
में
इस
फैसले
का
बड़ा
फायदा
मिल
सकता
है।