हार्दिक ने लखनऊ में किया राजनीति में आने का ऐलान, इस सीट से लड़ सकते हैं चुनाव
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नई दिल्ली। पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने बुधवार को ऐलान किया कि वह आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने वाले हैं। उनकी इस घोषणा के बाद गुजरात के राजनीतिक हलकों में मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली है। फिलहाल उन्होंने यह साफ नहीं किया है कि वह किसी पार्टी में शामिल होंगे या फिर निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ेंगे। हार्दिक पटेल ने चुनाव लड़ने का ऐलान लखनऊ में किया। गुजरात के नेता कयास लगा रहे हैं कि, हार्दिक पटेल मेहसाणा या अमरेली सीट से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। दरअसल इन दोनों ही सीटों पर पटेल समुदाय का बड़ा प्रभाव माना जाता है।
हम 2019 में चुनाव लड़ेंगे
पटेल ने लखनऊ में मीडिया से कहा, बिलकुल, हम 2019 में चुनाव लड़ेंगे। वहीं जब उनसे पूछा गया कि क्या वह कांग्रेस में शामिल होंगे तब उन्होंने कहा कि इस बारे में वह बाद में विचार करेंगे। हार्दिक पटेल के चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद उनके समर्थकों और विरोधियों में काफी उत्सुकता देखने को मिली है। कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि इस संबंध में पार्टी की पटेल से बातचीत जारी है 2015 में हुए पाटीदार आंदोलन के बाद कोर्ट ने पटेल के मेहसाणा जाने पर बैन लगा दिया था। इसके खिलाफ पटेल ने गुजरात हाईकोर्ट में याचिका लगाई है।
कांग्रेस पार्टी उन्हें बाहरी समर्थन दे सकती हैं
सूत्रों के मुताबिक, अगर हार्दिक पटेल निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर भी चुनाव लड़ते हैं को कांग्रेस पार्टी उन्हें बाहरी समर्थन दे सकती हैं। सूत्रों ने कहा, यदि हाईकोर्ट हार्दिक के मेहसाणा जाने पर लगे बैन को हटाती है तो वह उत्तर गुजरात के मेहसाणा से चुनाव लड़ेंगे। यदि ऐसा नहीं होता तो वह सौराष्ट्र के अमरेली से चुनाव लड़ सकते हैं। पटेल के चुनावी मैदान में उतरने से गुजरात की सियासत में नए समीकरण बन सकते हैं।
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जल्द ही तय करेंगे कि उन्हें किस पार्टी का समर्थन चाहिए
PAAS प्रवक्ता निखिल सवानी ने कहा कि, उन्होंने (हार्दिक) लखनऊ में चुनाव लड़ने की अपनी योजना की घोषणा की है। हम समझते हैं कि वह जल्द ही तय करेंगे कि उन्हें किस पार्टी का समर्थन चाहिए। मंगलवार को राजस्थान में एक रैली को संबोधित करने के बाद, हार्दिक ने पहली बार एक स्थानीय दैनिक को दिए साक्षात्कार में आधिकारिक तौर पर चुनावी राजनीति में उतरने की अपनी योजनाओं को स्वीकारा था। कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोषी ने कहा कि, कांग्रेस ने फैसले का स्वागत किया। हम चुनाव लड़ने के लिए हार्दिक के निर्णय का स्वागत करते हैं। वह मोदी सरकार के खिलाफ एक अच्छे प्रतियोगी होंगे और साथ ही वे युवाओं का प्रतिनिधित्व करेंगे, जो नौकरी पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
बीजेपी ने हार्दिक पर लगाए गंभीर आरोप
वहीं पूर्व समर्थक दिनेश बंभानिया से पूछा कि, उन्होंने गुजरात के बाहर घोषणा क्यों की? हार्दिक अमरेली से चुनाव लड़ने जा रहे हैं जो कांग्रेस का गढ़ है। इस कदम से कांग्रेस को कोई फायदा होने वाला नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि हार्दिक ने उस समुदाय को धोखा दिया है जिसने अब तक उनका समर्थन किया है, क्योंकि पाटीदारों की ओबीसी स्थिति और न्याय की मांग करने वाले 13 युवाओं की न्याय की मांग है, जो 2015 के आंदोलन के दौरान मारे गए थे।
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