देश में बने देसी ट्रेनर जेट एचटीटी-40 की सफल उड़ान
बेंगलुरु। मंगलवार को बेंगलुरु स्थित हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड यानी एचएएल ने देश में बने पहले बेसिक ट्रेनर एयरक्राफ्ट (बीटीए) का पहला सफल टेस्ट किया। एचएएल निर्मित इस एयरक्राफ्ट को हिंदुस्तान टर्बो ट्रेनर (एचटीटी-40) नाम दिया गया है। इसकी पहली फ्लाइट पर रिटायर्ड ग्रुप कैप्टन सुब्रहमण्यम इसके चीफ टेस्ट पायलट थे।
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30 मिनट की सफल फ्लाइंग
एक अधिकारी की ओर से दी गई जानकारी में कहा गया है कि सबकुछ योजना के मुताबिक ही था। इस एयरक्राफ्ट को मंगलवार सुबह पहली सॉर्टी के लिए प्रमाणित एजेंसियों की ओर से हरी झंडी दी गई। अधिकारी के मुताबिक मंगलवार सुबह 8:30 बजे इस एयरक्राफ्ट ने टेक ऑफ किया और फिर करीब 30 मिनट तक फ्लाइंग के बाद इसकी लैंडिग हुई।
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संतोषजनक रही पहली टेस्ट फ्लाइट
जैसा की उम्मीद की गई थी पायलट ने सर्किट फ्लाइंग को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। अधिकारी के मुताबिक इस एयरक्राफ्ट की परफॉर्मेंस संतोषजनक रही और फिलहाल डाटा का विश्लेषण किया जा रहा है। इंडियन एयरफोर्स के चीफ एयर मार्शल अरुप राहा जिन्होंने पिछले दिनों लाइट कॉम्बेट जेट तेजस में उड़ान भरी थी, उन्होंने भी इस ट्रेनर एयरक्राफ्ट की उड़ान से पहले इसके बारे में जानकारी हासिल की थी।
इंडियन एयरफोर्स को चाहिए 72 ट्रेनर जेट्स
इससे पहले दिसंबर 2015 में रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर ने भी एचटीटी-40 के कामों को लेकर अपना संतोष जाहिर किया था और उन्होंने इसके लिए एचएएल की तारीफ भी की थी। इंडियन एयरफोर्स को करीब 72 एचटीटी-40 की जरूरत पड़ेगी।
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आईएएफ ने जताई थी असंतुष्टी
हालांकि इंडियन एयरफोर्स की ओर से इस प्रोजेक्ट को लेकर अपनी असंतुष्टि जाहिर की थी। एयरफोर्स की ओर से एचएएल इस एयरक्राफ्ट की डिलीवरी में हो रही देरी की वजह से अपनी असंतुष्टि जाहिर की थी। इसके बाद इस वर्ष दो फरवरी को एचएएल ने पहले प्रोटोटाइप बेसिक ट्रेनर जेट की पहली खेप का ऐलान कया गया था। एचएएल के चेयरमैन टी सुवर्णराजू ने इस सफलता के लिए एचटीटी-40 की टीम को बधाई दी है।