गुजरात: रुक जाय Coronavirus,इस अंधविश्वास में मूर्तिकार ने काट ली जीभ!
नई दिल्ली- गुजरात में कोरोना वायरस को रोकने के लिए अंधविश्वास की हद पार करने का एक मामला सामने आया है। इस घटना में एक मंदिर निर्माण में लगे मूर्तिकार ने देवी को खुश करने के लिए कथित तौर पर अपनी जीभ की ही बलि चढ़ा दी। अब डॉक्टर अस्पताल में उसकी जीभ जोड़ने की कोशिशों में लगे हुए हैं। पुलिस ने कहा है कि वह घटना की पूरी पड़ताल के बाद ही इसके बारे में पुख्ता तौर पर कुछ कहने की स्थिति में होगी। ये भी पता चला है कि जीभ काटने वाला शख्स अपने गृह जिले मध्य प्रदेश के मुरैना वापस होना चाह रहा था, लेकिन लॉकडाउनकी वजह से उसके लिए ऐसा करना मुमकिन नहीं हो पाया।
काली माता के भक्त का अंधविश्वास!
गुजरात के बनासकांठा जिले में एक प्रवासी मूर्तिकार ने कथित तौर पर अपनी जीभ की बलि दे डाली है, ताकि कोरोना वायरस का प्रकोप रुक जाए। घटना जिले के सुइगाम तालुका के नंदेश्वरी की है। ये जगह पाकिस्तानी सीमा से महज 18 किलोमीटर की दूरी पर है। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के मुताबिक विवेक शर्मा नाम के जिस मूर्तिकार ने अपनी जीभ काटी है, वह मध्य प्रदेश के मुरैना जिले का रहने वाला है और इस वक्त सुइगाम में भवानी माता मंदिर के विस्तार से जुड़ी योजना में मूर्तिकार का काम कर रहा है। वह पिछले दो महीने से यहीं पर काम कर रहा है और उसके साथ उसका एक भाई भी यहीं पर मजदूरी कर रहा है। विवेक के एक सहयोगी ब्रिजेश सिंह साब सिंह ने पुलिस को बताया कि वह काली माता का भक्त है और हमेशा उनके नाम की जाप करते रहता है।
लॉकडाउन की वजह से परेशान होने की भी बात
विवेक के साथियों के मुताबिक शनिवार को वह भवानी मंदिर से यह कहकर निकला कि बाजार जा रहा है। जब वह काफी देर तक नहीं लौटा तो उसके भाई ने उसे फोन किया और किसी दूसरे ने फोन उठाकर कहा कि विवेक ने नंदेश्वरी मंदिर में अपनी जीभ काट ली है। हालांकि, दर्ज शिकायत के मुताबिक उसने गुस्से में आकर ऐसा कृत किया है, लेकिन पुलिस विभाग के सूत्रों के मुताबिक उसने कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए नंदेश्वरी माताजी को प्रसन्न करने के इरादे से अपनी जीभ की बलि दी है।
नंदेश्वरी मंदिर में हाथ में जीभ लिए बेहोश मिला शख्स
ये घटना इलाके में जंगल की आग की तरह फैल गई है। सुइगाम के पुलिस सब-इंसपेक्टर एचडी परमार ने बताया, 'पिछले कुछ दिनों से वह मध्य प्रदेश में अपने घर वापस जाने के लिए उतावला था। लेकिन, लॉकडाउन के चलते यह संभव नहीं था। आज इसी परेशान सूरत में उसने अपनी जीभ ही काट ली। ' उन्होंने आगे बताया, 'हमनें उसे हाथ में जीभ लिए मंदिर परिसर में बेहोशी अवस्था में लेटे हुए पाया। पुजारी ने बोर्डर सिक्योरिटी फोर्स के कमांडर को बुलाया और शर्मा को थराड शहर के अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर उसकी जीभ को फिर से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।' थराड के डीएसपी एसके वाला ने कहा है, 'पूरी तहकीकात के बाद ही हम इस घटना की असल वजह जान सकते हैं।'
गुजरात में तेजी से बढ़ रहे हैं मामले
बता दें कि रविवार सुबह 8 बजे तक गुजरात में कोरोना वायरस संक्रमितों के 104 और नए मामले सामने आए हैं। इसके बाद प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,376 तक पहुंच गई है, जिनमें से 93 तो ठीक हुए, लेकिन 53 बच नहीं पाए। राज्य में जो जिले कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं, उनमें अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत, भावनगर और राजकोट शामिल हैं। गांधीनगर, पाटन, भरूच और आणंद में भी डबल डिजिट में केस हैं। वैसे बनासकांठा में महज 2 मामले ही सामने आए हैं।