...तो इसलिए हुआ ‘बेटी’ पर इतना बवाल, मोदी सरकार ने दिया सबूत
ऐसे
में
कांग्रेस
और
प्रियंका
गांदी
की
ओर
से
लगाए
गए
आरोप
का
खंडन
करते
हुए
मोदी
के
कार्यालय
ने
साफ
कर
दिया
कि
मोदी
ने
प्रियंका
को
अपनी
बेटी
की
नहीं
बताया।
इंटरव्यू
की
अनकट
वीडियों
जारी
कर
उन्होंने
प्रियंका
गांधी
के
लिए
बेटी
जैसी
शब्द
का
इस्तेमाल
नहीं
किया।
ऐसे
में
ये
खबर
किसने
फैलाई
कि
मोदी
ने
प्रियंका
को
बेटी
जैसी
कहा
है।
खबर है कि अहमदाबाद स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय ने इसके लिए मीडिया को ही जिम्मेदार ठहराया है। मोदी पर आरोप लगते रहे कि दूरदर्शन ने मोदी का इंटरव्यू लेने के बाद वीडियो में कई तरह की एडिटिंग की जिसमें प्रियंका के बेटी जैसी और अहमद पटेल को मित्र बताए जाने के प्रसंग को भी हटाया गया।
गुजरात में मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा है कि उनके पास मोदी के हर इंटरव्यू की एक कॉपी रहती है ताकि कोई विवाद खडा होने पर सबूत दिखाए जा सके। इसी का इस्तेमाल कर उन्होंने दावा किया है कि डीडी को दिए इंटरव्यू की ओरिजिनल कॉपी में मोदी कहीं भी प्रियंका को अपनी बेटी जैसी कहते नजर नहीं आ रहे हैं। गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यालय ने ये अनकट इंटरव्यू यू ट्यूब पर प्रसारित किया है।
इससे पहले मोदी ने ट्वीट के जरिए केन्द्र की यूपीए सरकार पर आरोप लगाया था कि प्रेस की आजादी लोकतंत्र का आधार है। मीडिया आजादी के लिए संघर्ष कर रहा है। संयोग के आज वर्ल्ड प्रेस डे है और आज ही मोदी ने सरकारी मीडिया की आजादी और निष्पक्षता पर सवाल उठाया है।