Gujarat Elections से पहले चुनाव आयोग ने पकड़ी वोटिंग मशीनों में बड़ी गड़बड़ी
चुनाव आयोग की तरफ से ये जानकारी बुधवार को दी गई।
नई दिल्ली। गुजरात और हिमाचल प्रदेश चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने वोटिंग उपकरणों में खामियां पाई हैं। चुनाव आयोग की टीम ने 3,550 VVPAT मशीनों में गड़बड़ी पाए जाने के बाद रिजेक्ट कर दिया है। इन वीवीपैट का इस्तेमाल चुनावों में नहीं किया जाएगा। ये गड़बड़ियां जामनगर, देवभूमि द्वारका और पतन जिले में पकड़ी गई है। चुनाव आयोग की तरफ से ये जानकारी बुधवार को दी गई।
गुजरात के मुख्य चुनाव आयुक्त बीबी स्वाईं ने कहा कि खराब मशीनों को उनके कारखाने में वापस भेजा जाएगा। जिन मशीनों में मामूली तकनीकी खराबी है उन्हें दुरुस्त किया जा सकता है। एक वरिष्ठ चुनाव अधिकारी के अनुसार खराब पाई गईं वीवीपीएटी मशीनों में सेंसर के काम न करने, प्लास्टिक के पुर्जों के टूटे हुए होने और मतदान पेटी (ईवीएम) से जोड़ने में दिक्कत होने जैसी समस्याएं पाई गईं।
चुनाव आयोग ने मतदान के दौरान खराब हो जाने वाली वीवीपीएटी को बदलने के लिए 4150 अतिरिक्त मशीनों मंगाई हैं।गुजरात चुनाव में कुल 70182 VVPAT मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा। गुजरात में दो फेज में 9 और 14 दिसंबर को चुनाव होने हैं।
वोटर वेरीफ़ाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल यानी (VVPAT) एक तरह की मशीन होती है, जिसे ईवीएम के साथ जोड़ा जाता है। इसका फायदा यह होता है कि जब कोई भी शख्स ईवीएम का इस्तेमाल करते अपना वोट देता है, तो इस मशीन में वह उस प्रत्याशी का नाम भी देख सकता है, जिसे उसने वोट दिया है।
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