गुजरात के सीएम विजय रूपानी ने भगवान राम को बताया इंजीनियर, उनके तीरों को कहा मिसाइल
नई दिल्ली। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने भगवान राम के तीरों की तुलना इसरो की मिसाइलों से की है। उन्होंने यह बात इंस्टीट्यूट ऑफ इंफ्रास्ट्रक्चर टेक्नोलॉजी रिसर्च एंड मैनेजमेंट (IITRAM) के दीक्षांत समारोह में कही। यहां पर विजय रूपानी इंजीनियरिंग के छात्रों के संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भगवान राम का तीर एक मिसाइल जैसा था। वह यह भी बोले कि जो काम आज इसरो कर रहा हू, उसी काम को भगवान राम ने लोगों को आजाद करने के लिए किया था।
विजय रूपानी ने भगवान राम को बुनियादी सुविधाओं का निर्माण करने और सामाजिक इंजीनियरिंग के लिए भी श्रेय दिया है। उन्होंने कहा कि अगर हमारा बुनियादी ढांचा भगवान राम और रामायण से जुड़ा हुआ है, तो जरा कल्पना कर के देखिए कि भगवान राम कैसे इंजीनियर होंगे। उन्होंने भारत और श्रीलंका को एक पुल से जोड़ दिया और उस पुल के बनाने में गिलहरी तक ने उनकी मदद की।
उन्होंने अपनी बात आगे बढ़ाते हुए कहा- जब लक्ष्मण बेहोश हुए तो उन्हें ठीक करने के लिए एक जड़ी बूटी मंगवाई गई, जिससे साफ होता है कि उस समय शोध उपलब्ध था। जब हनुमान भूल गए थे कि उन्हें कौन सी जड़ी बूटी लानी है तो वह पूरा पहाड़ ही लेकर चले गए थे। रूपानी बोले कि जरा सोचिए उस समय किस तरह की तकनीक थी, जो पूरे पहाड़ को लाने में मदद कर सकती थी। रूपानी ने कहा कि यह बुनियादी छांचे के विकास की एक कहानी है।