शिवराज सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहीं लड़कियों को किया गिरफ्तार, जेल में जबरन कराया प्रेगनेंसी टेस्ट
मध्य प्रदेश में भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने पर 9 लड़कियों को गिरफ्तार कर लिया गया। इन लड़कियों ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि जेल में उनका प्रेगनेंसी टेस्ट भी कराया गया।
भोपाल। मध्य प्रदेश में भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने पर 9 लड़कियों को गिरफ्तार कर लिया गया। इन लड़कियों ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि जेल में उनका प्रेगनेंसी टेस्ट भी कराया गया। ये लड़कियां महिला कांस्टेबल भर्ती में प्रतिभागियों को लंबाई में छूट देने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही थीं। लड़कियों का आरोप है कि उन्हें गिरफ्तार कर उनसे बदसलूकी की गई और उनका जबरन प्रेगनेंसी टेस्ट भी कराया गया।
बुधवार को भोपाल के लाल परेड ग्राउंड से पुलिस ने 9 लड़कियों को हिरासत में लिया। ग्राउंड में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का प्रोग्राम होना था, जिसमें लड़कियां अपनी मांग लेकर पहुंची थीं। लड़कियों की मांग थी कि पिछले साल निकाली गई महिला कांस्टेबल भर्ती में लंबाई में 3 सेंटीमीटर की छूट दी जाए। इन लड़कियों को पुलिस ने आईपीसी की धारा 151 के तहत गिरफ्तार किया और उन्हें जेल में बंद कर दिया।
लड़कियों का कहना है कि इस दौरान उनपर काफी अत्याचार किया गया। लड़कियों ने बताया कि जेल में उनकी मर्जी के बगैर उनका प्रेगनेंसी टेस्ट भी कराया गया। एक लड़की ने कहा, 'हमारे साथ जानवरों जैसा सलूक किया गया। पहले पुलिस ने हमें एक वैन में भरकर भोपाल में तीन घंटे घुमाया। हमसे हमारे मोबाइल फोन भी ले लिए गए और घरवालों से बात तक नहीं करने दी।' लड़की ने आघे बताया कि उन्हें रात में जेल ले जाया गया जहां एक कमरे में उन्हें यूरीन टेस्ट देने के लिए कहा गया।
'हमें मालूम था कि वो यूरीन टेस्ट नहीं, बल्कि प्रेगनेंसी टेस्ट था। हद तो तब हो गई जब जेल का एक पुरुष अधिकारी कमरे में झांकने लगा।' लड़कियों ने कहा कि उन्हें जेल में उन कैदियों के साथ बिठाया गया जो हत्या के जुर्म में गिरफ्तार हुए थे। 'मुख्यमंत्री ने खुद लंबाई में छूट की बात कही थी, ऐसे में हमारा क्या जुर्म है।' मध्य प्रदेश पुलिस ने लड़कियों के सभी आरोपों से इनकार कर दिया है। भोपाल के डीआईजी धर्मेंद्र चौधरी ने कहा कि पुलिस के खिलाफ सभी आरोप गलत हैं और उनके साथ पुलिस एकदम सही तरीके से पेश आई थी।
गुरुवार को जेल से निकलने के बाद लड़कियां मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमल नाथ और कांग्रेस अध्यक्ष दीप्ती सिंह से मिलने पहुंची। कमल नाथ ने इन घटना की निंदा करते हुए चौहान पर निशाना साधा। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 'लाडली लक्ष्मी की बड़ी-बड़ी बातें करने वाली सरकार अब अपनी ही घोषणाओं से मुकर कर दादागिरी पर उतर आई है।'
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