रूस और यूरोपीय संसद के बाद ये देश आया सर्जिकल स्ट्राइक पर भारत के साथ
नई दिल्ली। सीमा पार जाकर आतंकियों को सबक सिखाने वाले भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक को चहुंओर समर्थन मिल रहा है।
दुनिया के तमाम बड़े देश इस स्ट्राइक का समर्थन कर रहे हैं। भारतीय सेना और केंद्र की मोदी सरकार की सर्जिकल स्ट्राइक के लिए पीठ अंतरराष्ट्रीय बिरादरी पीठ तो थपथपा ही रही है साथ ही पाक पर हर ओर से दबाव बढ़ रहा है।
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बता दें कि सबसे पहले रूस और यूरोपीय संसद भारत का समर्थन किया ही था अब इस कड़ी में जर्मनी का नाम भी जुड़ गया है।
हैं दो कानून
भारत में जर्मनी के राजदूत मार्टिन ने सर्जिकल स्ट्राइक पर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि सीमा पार से आतंकवाद पर दो अंतरराष्ट्रीय कानून हैं।
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पहला कानून है कि हर राज्य सुनिश्चित करें कि उनके यहां आतंक न पैदा हो साथ ही दूसरा कानून है कि हर देश को वैश्वविक आतंकवाद से अपनी सुरक्षा करने का अधिकार है।
मार्टिन ने कहा कि जब बात आतंक के खिलाफ लड़ाई की होती है तो जर्मनी अपने रणनीतिक साझेदार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा होता है।
मार्टिन ने आगे कहा कि यह बयान केवल शब्द नहीं है बल्कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल की ओर से हस्ताक्षरित किए गए राजनीतिक घोषणा पत्र में भी स्पष्ट है।
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