सेना प्रमुख जनरल रावत ने फिर दी पाकिस्तान को चेतावनी, किसी भी तरह के युद्ध के लिए तैयार
नई दिल्ली। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने गुरुवार को कहा कि देश की सेनाएं भारत की संप्रभुता पर पैदा होने वाले किसी भी तरह के खतरे को उखाड़ फेंकने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। साथ ही उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी भी दी कि उसका प्रपोगैंडा कश्मीर में कभी भी सफल नहीं हो सकता है।
कश्मीर में पाकिस्तान का प्रपोगैंडा
सेना प्रमुख जनरल रावत ने न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि भारत, चीन और पाकिस्तान के अलावा हर उस तत्व के साथ किसी भी तरह के मोर्चे पर युद्ध के लिए तैयार है जो देश की आतंरिक सुरक्षा के लिए खतरा हैं। जनरल रावत ने कश्मीर घाटी में बढ़ रहे तनाव की ओर इशारा करते हुए कहा, 'पाकिस्तान कश्मीर के युवाओं को भ्रमित करने के लिए एक सोशल मीडिया प्रपोगैंडा फैला रहा है और वह कभी भी सफल नहीं होगा।' उन्होंने भरोसा दिलाया कि कश्मीर के हालात जल्द ही सुधरेंगे। जब उनसे सेना की तैयारियों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने जवाब दिया, 'हम हमेशा सरकार के सामने सेना के आधुनिकीकरण पर चर्चा करते रहते हैं और हमें जल्द ही कुछ सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलेगी।'पाकिस्तान की ओर से लगातार जारी युद्धविराम उल्लंघन और जम्मू कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने की वजह से लगातार बढ़ते तनाव पर भी जनरल रावत ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि वह पहले ही पाकिस्तान को चेतावनी दे चुके हैं कि पड़ोसी के खिलाफ सेना ने अपने सभी विकल्पों को खुला रखा है।
पिछले हफ्ते किया था जम्मू कश्मीर का दौरा
हाल ही में जनरल रावत ने जम्मू कश्मीर का दौरा किया था। कहा जा रहा है कि सेना प्रमुख ने पाकिस्तान के खिलाफ एलओसी पर जारी उसकी आक्रामकता को जवाब देने के लिए सभी विकल्पों पर चर्चा की थी। जनरल रावत ने पिछले हफ्ते जम्मू कश्मीर का दौरा किया था और यहां पर सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया था। साथ ही उन्होंने राज्यपाल एनएन वोहरा से भी मुलाकात की थी और उनके साथ सुरक्षा के हालातों पर चर्चा की थी। जनरल रावत का ताजा बयान ऐसे समय पर आया है जब भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। पाकिस्तान की ओर से हाल के माह में कई बार युद्धविराम का उल्लंघन हुआ है। जनरल रावत ने कहा था कि जम्मू कश्मीर में भारत एक 'डर्टी वॉर' का सामना कर रहा है और इस युद्ध को नए और अनोखे तरीकों से लड़ना होगा। इस बयान के साथ ही जनरल रावत ने इंडियन आर्मी के उस ऑफिसर का बचाव किया था जिसने पहली बार घाटी में 'ह्यूमन शील्ड' का प्रयोग किया था।