बिम्सटेक दिवस पर बोले विदेशी मंत्री एस जयशंकर, ये संगठन सदस्य देशों के लिए अपार संभावनाओं को दर्शाता है
नई दिल्ली, जून 6। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को कहा कि भारत बिम्सटेक (बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल) दिवस पर अपनी एक्ट ईस्ट और इंडो-पैसिफिक नीतियों में योगदान देगा। जयशंकर ने इस बाबत एक ट्वीट में लिखा, "BIMSTEC दिवस बंगाल की खाड़ी में सहयोग की अपार संभावनाओं को दर्शाता है। यह महसूस कराता है कि दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया को जोड़ने में मदद मिली है। हमारी एक्ट ईस्ट और इंडो-पैसिफिक नीतियों में भी योगदान रहेगा।"
On #BIMSTEC Day, underline the enormous potential of Bay of Bengal cooperation. Realising that helps bridge South & South East Asia. Will also contribute to our Act East and Indo-Pacific policies.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) June 6, 2021
क्या है बिम्सटेक?
आपको बता दें कि बिम्सटेस एक क्षेत्रीय संगठन है, जिसमें बंगाल की खाड़ी के आसपास के सात देश सदस्य हैं। बिम्सटेक दक्षिण एशिया (बांग्लादेश, भूटान, भारत, नेपाल और श्रीलंका) के पांच सदस्यों और दक्षिण-पूर्व एशिया (म्यांमार और थाईलैंड) के दो सदस्यों के साथ दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया के बीच एक अनूठी कड़ी का गठन करता है।
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