हो गया भूमिपूजन, अब उज्जैन में बनेगा हनुमान चालीसा से ध्यान सिखाने का पहला केंद्र
भोपाल। मध्य प्रदेश के उज्जैल में त्रिवेणी के पास ग्राम हरियाखेड़ी मार्ग पर हनुमान चालीसा से ध्यान सिखाने का पहला हनुमत ध्यान केंद्र 'शांतम्' 15 महीने में बन जाएगा। सोमवार को इसका भूमिपूजन हो गया। भूमिपूजन जीवन प्रबंधन गुरु पंडित विजयशंकर मेहता के सान्निध्य में हुआ। आने वाले समय में शांतम् के दो केंद्र रायपुर और कोटा में खोली जाएंगी। यह न मंदिर होगा और न ही आश्रम, यहां ध्यान सिखाने के कोर्स चलेंगे। भूमिपूजन के मौके पर पंडित विजयशंकर मेहता ने कहा कि यहां दो दिन का ध्यान कोर्स होगा।
उन्होंने बताया कि यहां रुकने की कोई व्यवस्था नहीं होगा और केवल हनुमान चालीसा के माध्यम से ध्यान सिखाया जाएगा। उन्होंने बताया कि ध्यान केंद्र के विभिन्न आयामों के निर्माण की जिम्मेदारी भक्तों ने ली है। ऐसा माना जा रहा है कि 7 महीने में हनुमान जी की मूर्ति का निर्माण हो जाएगा। इस दौरान नियमित हनुमान चालीसा और रामचरित मानस का पाठ होगा। भूमिपूजन के दौरान शांतम् समिति के अध्यक्ष प्रदीप बाहेती भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि पंडित विजयशंकर मेहता ने जमीन दान दी है और इससे होने वाले आय का हिस्सा भी वो ध्यान केंद्र को देंगे।
उन्होंने बताया कि इस कोर्स का संचालन जीवन प्रबंधन समूह करेगा। प्रबंधन के को-ऑर्डिनेटर मिलिंद पंडित के अनुसार 40 हजार वर्ग फीट में निर्मित होने वाले केंद्र को 2019 में हनुमान जयंती से शुरू किया जाएगा। भूमिपूजन के मौके पर शांतम् समिति के समन्वयक राजीव सीमा मुछाल, कोषाध्यक्ष आभा मेहता, सदस्य रघुनंदन अग्रवाल ठप्पाजी, रवि सेफी, बिनोद खेमका, किशन अग्रवाल, सांसद डॉ. चिंतामणि मालवीय, सिंहस्थ प्राधिकरण अध्यक्ष दिवाकर नातू, निगम परिषद अध्यक्ष सोनू गेहलोत, पूर्व मंत्री बाबूलाल जैन, पूर्व विधायक राजेंद्र भारती, जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष प्रदीप पांडेय, प्रवीण वशिष्ठ, शैलेंद्र व्यास, शैलेंद्र पाराशर, संभागायुक्त एमबी ओझा, एडीजी वी मधुकुमार, डीआईजी डॉ. रमणसिंह सिकरवार, निगम आयुक्त डॉ. विजयकुमार जे, अपर आयुक्त सुरेश रेवाल, डीएसपी ट्रैफिक संतोष उपाध्याय आदि मौजूद थे।