दारूल उलूम का फतवा,तंग बुर्का पहनना नाजायज, मर्द होते हैं आकर्षित
नई दिल्ली। मुस्लिम महिलाओं को दारूल उलूम की ओर से एक और फतवा जारी किया गया है। दारूल उलूम ने मुस्लिम महिलाओं के बुर्के को लेकर नया फतवा जारी करते हुए कहा है कि तंग और डिजाइनर बुर्का पहनना नाजायज है। मुस्लिम महिलाओं को अंग दिखाने वाले तंग बुर्के नहीं पहनने चाहिए। ऐसा करने वो मर्दों को आकर्षित करती हैं।
बुर्कें को लेकर फतवा
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के दारूल उलूम ने बुर्के को लेकर फतवा जारी जारी करते हुए कहा है कि महिलाओं को चुस्त और डिजाइनर बुर्के नहीं पहनने चाहिए। उन्हें फैशनेवल बुर्के के चक्कर में तंग बुर्के पहनकर अपने अंग का प्रदर्शन नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि टाइट और डिजाइनर बुर्के पहनना गुनाह और नाजायज है।
पराए मर्दों को आकर्षित करते है लिबास
दारूल उलूम ने एक लिखित सवाल के जवाब में कहा कि टाइट और चमकदार बुर्के पराए मर्दों की निगाहों को औरतों की ओर आकर्षित करती हैं। ऐसे कपड़े पहनना मुस्लिम धर्म में गुनाह है। उन्होंने कहा कि औरत छुपाने की चीज है। जब भी कोई औरत बाहर जाती है तो शैतान उन्हें घूरता है, इसलिए मुस्लिम महिलाओं को जरुरत पड़े पर ही घर से निकलना चाहिए और अगर घर से निकलें तो ऐसे बुर्के पहने जिसमें अंगों का प्रदर्शन न होता हो।
फतवा किया जारी
मुस्लिम जानकारों ने फतवा जारी करते हुए कहा है कि मुस्लिम महिलाएं घर से निकलते वक्त ऐसे बुर्के पहने जो न तो चमकदार हो, ना जालीदार। वो अपने पूरे अंगल को ढ़ककर बाहर निकले। हालांकि इस फतवा के खिलाफ विरोध भी शुरू हो गयाहै। मुस्किम महिला संगठनों ने दारूल उलूम के इस फतवे का विरोध शुरू करते हुए इस बेतुका बताया है।