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लाल किले पर केसरिया झंडा लगाने वाले युवक की फैमिली हुई भूमिगत, परिवार पर है 4 लाख का कर्ज

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नई दिल्ली। Jugraj Singh hoisted Nishan Sahib flag at Red Fort, राजधानी दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर परेड (Tractor Rally) के दौरान लाल किले(Red Fort) पर झंडा लगाने वाले युवक जुगराज सिंह के माता-पिता गांव छोड़ गए हैं। पुलिस की सख्ती के साथ ही गिरफ्तारी से बचने के लिए पूरा छिपता घूम रहा है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने भी परिवार से पूछताछ की है। जुगराज सिंह के पिता बलदेव सिंह, मां भगवंत कौर अपनी तीनों बेटियों के साथ भूमिगत हैं।

जुगराज परिजनों सहित भूमिगत

जुगराज परिजनों सहित भूमिगत

जुगराज सिंह पंजाब के तरनतारन जिले के वान तारा सिंह गांव में रहने वाला है। जुगराज सिंह ही वह युवक है जिसने 26 जनवरी को किसान आंदोलनकारियों के साथ लाल किले की प्राचीर पर खालसा का झंडा 'निशान साहिब' लहराया था। उन पर दिल्ली पुलिस ने दंगा करने और देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया है। जुगराज के दादा-दादी मेहल सिंह और गुरुचरण कौर, पिता बलदेव सिंह, मां भगवंत कौर और उनकी तीन बहनों को दिल्ली पुलिस द्वारा पूछताछ के डर से एक अज्ञात स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया है।

'जुगराज ने उत्साह में आकर किया ये काम'

'जुगराज ने उत्साह में आकर किया ये काम'

तरनतारन पुलिस ने 26 जनवरी को खालिस्तानी अलगाववादी समूहों के साथ सिंह के संदिग्ध संबंधों के बारे में परिवार से पूछताछ की थी। पूछताछ के दौरान मेहल सिंह ने जुगराज के अलगाववादी समूहों के साथ कोई संबंध होने से इनकार किया। उन्होंने बताया कि, जो कुछ भी जुगराज ने किया वह उत्साह में था। वह धार्मिक विचारों वाला है। गाँव में और उसके आसपास स्थित आधा दर्जन गुरुद्वारों में स्वयंसेवक के रूप में काम किया है। उसे झंड़ा लागने के लिए बुलाया जाता था।

जुगराज ध्वजारोहण और ऊंचे खंभों पर चढ़ने में एक विशेषज्ञ

जुगराज ध्वजारोहण और ऊंचे खंभों पर चढ़ने में एक विशेषज्ञ

सुरक्षा एजेंसियां हालांकि यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि लाल किले पर झंडे फहराने वाले दो लोगों को प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) द्वारा घोषित नकद इनाम से लालच दिया गया था या नहीं। संगठन ने कहा था कि यह लाल किले पर केसरी झंडे फहराने वालों को $ 3.5 लाख का पुरस्कार देगा। स्थानीय लोगों ने बताया कि जुगराज और कई अन्य ग्रामीण दो ट्रैक्टरों के साथ 24 जनवरी को नई दिल्ली के लिए रवाना हुए थे। उन्होंने कहा कि जुगराज ध्वजारोहण और ऊंचे खंभों पर चढ़ने में एक विशेषज्ञ है।

खालिस्तानी लिंक की जांच कर रही है पुलिस

खालिस्तानी लिंक की जांच कर रही है पुलिस

ग्रामीणों के मुताबिक, जुगराज के परिवार के पास भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित दो एकड़ भूमि का मालिक है। परिवार के पास एक ट्रैक्टर है। उनके परिवार पर 4 लाख रुपये का बैंक ऋण बकाया है। जुगराज, जो 10 वीं कक्षा तक पढ़ा है, दो साल पहले चेन्नई में काम करने गया था। हालांकि, वह छह महीने के भीतर लौट आया और खेतों में काम करना शुरू कर दिया। जुगराज के अलावा, होशियारपुर निवासी बघेल सिंह ने दावा किया है कि उन्होंने लाल किले के गुंबदों में से एक पर झंडा फहराया था। हालांकि एफआईआर में बघेल का नाम नहीं है। हालांकि वह भी भूमिगत हैं।

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English summary
Family of Jugraj Singh who hoisted Nishan Sahib flag at Red Fort goes into hiding
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