राजस्थान-तेलंगाना में थमा चुनाव प्रचार: 7 को वोटिंग, जानिए प्रमुख सीटों का पूरा गणित
नई दिल्ली। राजस्थान और तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार बुधवार शाम 5 बजे थम गया। चुनाव प्रचार के आखिरी दिन सभी पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। दोनों राज्यों में सात दिसंबर को वोटिंग होगी। राजस्थान में 200 में 199 सीट पर वोट डाले जाएंगे। एक सीट पर बसपा उम्मीदवार के निधन के चलते बाद में मतदान होगा। वहीं तेलंगाना में 119 सीटों के लिए मतदान किया जाएगा। राजस्थान में इस बार का चुनावी रण बहुत ही दिलचस्प होने वाला है। उस बार के चुनाव में कई दिग्गजों की साख दांव पर लगी हुई है। अगर बात राजस्थान के विधानसभा चुनाव की करें तो चुनाव प्रचार के अंतिम राजनीतिक दलों एवं प्रत्याशियों ने पूरी ताकत झोक दी।
अंतिम दिन नेताओं ने झोंकी ताकत
पीएम नरेंद्र मोदी ने दौसा और सुमेरपुर में दो स्थानों पर सभा की, वहीं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने अजमेर में रोड शो किया। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने आधा दर्जन सभाओं को संबोधित किया। कांग्रेस में अहमद पटेल, मुकुल वासनिक, नवजोत सिंह सिद्धू, राजबब्बर, रणदीप सिंह सुरजेवाला, अशोक गहलोत, सचिन पायलट और अविनाश पांडे सहित कई नेताओं ने अलग-अलग क्षेत्रों में सभाओं को संबोधित किया। चुनावी मैदान में 2274 प्रत्याशी अपना भाग्य अजमा रहे हैं। इनमें भाजपा और कांग्रेस सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रत्याशी एवं निर्दलीय उम्मीदवार शामिल हैं। निर्वाचन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 4,75,54,217 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। इनमें 2,47,22,365 पुरुष और 2,27,15,396 महिला मतदाता हैं। सर्विस वोटर्स की संख्या 1,16,456 है। 51,687 मतदान केंद्रों पर मतदान होगा।
राजस्थान में 597 प्रत्याशी करोड़पति
एडीआर रिपोर्ट के मुताबिक, राजस्थान में चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों में से 597 (27 प्रतिशत) करोड़पति हैं, वहीं सभी प्रत्याशियों की औसतन संपत्ति 2.12 करोड़ रुपए आंकी गई है। प्रत्याशियों में सबसे ज्यादा धनी नेशनल यूनियनिस्ट जमींदारा पार्टी की गंगानगर से चुनाव लड़ रहीं कामिनी जिंदल हैं, जिनकी कुल संपत्ति 287 करोड़ से ज्यादा है। इसके बाद कांग्रेस के ढोड सीट से चुनाव लड़ रहे परसराम मारडिया का नंबर है, जिनकी कुल संपत्ति 172 करोड़ से ज्यादा है। इसके अलावा चुनावी मैदान में 320 (15 प्रतिशत) प्रत्याशियों पर आपराधिक और 195 प्रत्याशियों (9 प्रतिशत) पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
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तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार बुधवार को थम गया
तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार बुधवार को थम गया। चुनाव प्रचार के आखिरी दिन बड़ी पार्टियों के नेताओं ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी। बुधवार को यहां कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी यहां बड़ी रैली की। महागठबंधन की सरकार बनाने के लिए राहुल गांधी और टीडीपी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने संयुक्त रूप से रैली की। इसके बाद दोनों नेता हैदराबाद के ताजबंजारा में साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस को भी संबोधित किया। इस रैली में गठबंधन के दूसरे नेता भी मौजूद थे।
चुनाव के नतीजे 11 दिसंबर आएंगे
तेलंगाना में मतदान के लिए 32,574 केंद्र बनाए गए हैं। कुल 1821 उम्मीदवार इन चुनावों में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। मुख्य चुनाव अधिकारी रजत कुमार ने बताया कि नक्सल प्रभावी 13 विधानसभा क्षेत्रों 4 बजे जबकि बाकी राज्य में पांच बजे थमा। प्रचार थमने के बाद अब बैठकों और डोर-टू-डोर कैंपेन का दौर शुरू होगा। चुनाव आयोग ने मतदाताओं को वोटर स्लिप पहुंचाना शुरू दिया है। इस वोटर स्लिप में मतदान केंद्र तक जाने का मार्ग भी बताया गया है। राज्य के 2 करोड़ 80 लाख मतदाता 119 विधानसभा सीटों के लिए 7 दिसंबर को 32,574 पोलिंग बूथों पर मतदान करेंगे। चुनाव के नतीजे 11 दिसंबर आएंगे।
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