कब मिलेगी तीसरी वैक्सीन को मंजूरी, क्या सच में टीकों की है कमी, हर सवाल का स्वास्थ्य मंत्री ने दिया जवाब
कब मिलेगी तीसरी वैक्सीन को मंजूरी, क्या सच में टीकों की है कमी, हर सवाल का स्वास्थ्य मंत्री ने दिया जवाब
नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच कोरोना वैक्सीन को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। देश के कई राज्यों ने दावा किया है कि उनके यहां कोरोना वैक्सीन के स्टॉक लगभग खत्म हो गए हैं। तो वहीं कई लोगों ने ये भी पूछ रहे हैं कि आखिर भारत में किसी तीसरी वैक्सीन को मंजूरी क्यों नहीं मिल रही है। इन सब के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने शनिवार (10 अप्रैल) को कोरोना वायरस की वैक्सीन से जुड़े हर सवाल का जवाब दिया। एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि भारत में स्पूतनिक वैक्सीन के इस्तेमाल को हफ्ते या 10 दिन में मंजूरी मिल जाएगी। उन्होंने कहा, स्पूतनिक वैक्सीन के लिए भारत के पास आवेदन है, और मैं समझता हूं कि हफ्ते या 10 दिन के अंदर इसके आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे दी जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि भारत में हमने एक साल के अंदर दो वैक्सीन तैयार किए। इसके अलावा अभी भी देश में 6 वैक्सीन क्लीनिकल ट्रायल में हैं। वहीं 14 प्री-क्लीनिकल ट्रायल मोड में हैं। हमारे पास दो जो वैक्सीन है, कोविशील्ड और कौवैक्सीन, उसके अब तक साढ़े 9 करोड़ डोज दिए जा चुके हैं। जिसका सारा क्रेडिट पीएम नरेंद्र मोदी को जाता है।
फाइजर या मॉडर्ना की वैक्सीन भारत में अब तक नहीं आए, इस सवाल के जवाब में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा, फाइजर ने एक बार शुरुआत में भारत में आवेदन किया था। लेकिन जब उन्हें इस बात की सूचना दी गई कि उन्हें यहां ट्रायल करना होगा तो उन्होंने अपना आवेदन वापस ले लिया। वहीं मॉडर्ना की वैक्सीन ने तो भारत में कभी आवेदन ही नहीं किया है।
कोरोना वैक्सीन की कमी पर स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा, भारत कोरोना वैक्सीनेशन के मामले में अमेरिका से भी आगे है। टीकाकरण एक वैज्ञानिक प्रकिया है। WHO की गाइडलाइन है कि टीका सबसे पहले उन लोगों को दिया जाए, जिन लोगों को ज्यादा खतरा है। देश में वैक्सीन उपलब्धता की भी अपनी एक क्षमता है।
स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा, कोरोना वैक्सीन को लेकर महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ जैसे राज्य राजनीति कर रहे हैं। कोवैक्सीन को लेकर छत्तीसगढ़ ने राजनीति की। कई महीनों तक उन्होंने वहां लोगों को वैक्सीन नहीं लगाई। देश में अभी तक सबसे अधीक वैक्सीन महाराष्ट्र को दी गई है।
कोरोना काल में चुनाव कराए जाने के सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा, चुनाव कराना हमारा काम नहीं है। यह चुनाव आयोग का काम है, इसलिए इसपर मेरे द्वारा कोई भी टिप्पणी करना उचित नहीं होगा।
मास्क पहनने से जुड़े सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा, मास्क पहनना जरूरी है। नियमों का उल्लंघन खतरनाक हो सकता है। जो गलत है वो सभी के लिए गलत है। मंत्री और मुख्यमंत्री सभी को नियमों का पालन करना चाहिए। कोरोना के नियंत्रण के लिए कोविड अनुरूप व्यवहार करना बहुत ज्यादा जरूरी है। मैंने पिछले डेढ़ साल में कभी भी अपना मास्क नहीं उतारा है। घर के अंदर भी मैंने हमेशा मास्क पहन कर रखा है।