Farmers Protest: 20 किसान नेताओं को पुलिस ने जारी किया नोटिस, आज घायल जवानों से मिलेंगे गृहमंत्री
Farmer Tractor Rally: गणतंत्र दिवस के मौके पर राजधानी दिल्ली में किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाली। इस दौरान लाल किले, ITO समेत कई इलाकों में जमकर हिंसा हुई। साथ ही कुछ प्रदर्शनकारियों ने लाल किले की प्राचीर पर निशान साहिब फहरा दिया। इस हिंसा में 350 से ज्यादा जवान घायल हुए हैं। वहीं घटना के बाद अब पुलिस भी एक्शन में आ गई है। साथ ही 20 किसान नेताओं को नोटिस जारी किया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए आज गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) घायल जवानों से मुलाकात करेंगे।
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के मुताबिक 20 किसान नेताओं को नोटिस जारी किया गया है, जिसमें योगेंद्र यादव, बलदेव सिंह सिरसा, बलबीर एस राजेवाल आदि शामिल हैं। इन किसान नेताओं पर पुलिस के साथ हुए समझौते को तोड़ने का आरोप लगा है। साथ ही जवाब देने के लिए उन्हें तीन दिन का वक्त दिया गया है। वहीं दिल्ली के अलग-अलग थानों में इस मामले में अब तक करीब 25 मामले दर्ज किए गए हैं। साथ ही सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उपद्रवियों की तलाश की जा रही है।
किसान नेताओं ने ली ट्रैक्टर हिंसा की नैतिक जिम्मेदारी, रद्द किया 1 फरवरी को होने वाला संसद मार्च
हिंसा
पर
गृह
मंत्रालय
सख्त
वहीं
दूसरी
ओर
गृह
मंत्रालय
भी
दिल्ली
हिंसा
पर
सख्त
है।
बुधवार
को
ही
गृहमंत्री
अमित
शाह
ने
उपद्रवियों
के
खिलाफ
कड़ी
कार्रवाई
के
निर्देश
दिए
थे।
न्यूज
एजेंसी
एएनआई
के
मुताबिक
अमित
शाह
आज
उत्तरी
दिल्ली
के
उन
दो
अस्पतालों
का
दौरा
करेंगे
जहां
26
जनवरी
को
किसानों
की
ट्रैक्टर
रैली
के
दौरान
हुई
हिंसा
में
घायल
हुए
पुलिस
कर्मियों
को
भर्ती
कराया
गया
है।
तलवार
से
हमला,
हथियार
भी
छीने
वैसे
तो
दिल्ली
पुलिस
ने
तय
रूट
पर
किसानों
को
रैली
निकालने
की
इजाजत
दी
थी,
लेकिन
कुछ
प्रदर्शनकारी
लाल
किले
(Red
Fort)
पहुंच
गए।
जब
सुरक्षाबलों
ने
उनको
रोकने
की
कोशिश
की
तो
उन्होंने
तलवार,
डंडे
से
हमला
कर
दिया
और
उनके
हथियार
भी
छीन
लिए।
इस
वजह
से
घायल
जवानों
की
संख्या
ज्यादा
है।
वहीं
लाल
किले
के
अंदर
प्रदर्शनकारी
किसानों
ने
जमकर
तोड़फोड़
भी
की
थी।
साथ
ही
कई
सरकारी
वाहनों
को
नुकसान
भी
पहुंचाया।
जिस
वजह
से
एफआईआर
में
सरकार
संपत्ति
को
नुकसान
पहुंचाने
और
डकैती
की
धाराएं
भी
जोड़ी
गई
हैं।