मुस्लिम महिलाओं की नीलामी वाले 'सुल्ली डील्स' ऐप का मास्टरमाइंड इंदौर से गिरफ्तार, जानिए कौन है वो?
मुस्लिम महिलाओं की नीलामी वाले 'सुल्ली डील्स' ऐप का मास्टरमाइंड इंदौर से गिरफ्तार, जानिए कौन है वो?
नई दिल्ली, 09 जनवरी: दिल्ली पुलिस ने कहा कि सुल्ली डील्स मोबाइल एप्लिकेशन के निर्माता और मास्टरमाइंड को रविवार (09 जनवरी) को इंदौर से गिरफ्तार किया गया है। 'सुल्ली डील्स' ऐप पर मुस्लिम महिलाओं की कथित तौर पर नीलामी की जाती थी और उनकी ऑनलाइन फोटो डाली जाती थी। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (आईएफएसओ) के डीसीपी केपीएस मल्होत्रा ने कहा, ''सुल्ली डील्स बनाने वाला मास्टरमाइंड ओंकारेश्वर ठाकुर को पुलिस ने इंदौर से गिरफ्तार किया है। यह मुस्लिम महिलाओं को ट्रोल करने के लिए ट्विटर पर बनाए गए ट्राड-ग्रुप का सदस्य था।''
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कैसे हुई आरोपी ओंकारेश्वर ठाकुर की गिरफ्तारी
आरोपी ओंकारेश्वर ठाकुर पर कथित तौर पर 'सुल्ली डील्स' ऐप बनाने का आरोप है। जो मध्य प्रदेश के इंदौर से गिरफ्तार हुआ है। स्पेशल सेल की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस यूनिट ने बुल्ली बाई ऐप के निर्माता नीरज बिश्नोई से पूछताछ के आधार पर आरोपी ओंकारेश्वर ठाकुर को गिरफ्तार किया है।
25 वर्षीय ओंकारेश्वर ठाकुर ने पुलिस के सामने कबूल किया कि उसने जुलाई 2021 में गिटहब पर 'सुल्ली डील्स' ऐप बनाया था। ऐप ने कई मुस्लिम महिलाओं की उनकी सहमति के बिना आभासी "नीलामी" के लिए तस्वीरें अपलोड कीं।
'सुल्ली डील्स' ऐप पर मुस्लिम महिलाओं की जाती थी नीलामी
'सुल्ली डील्स' ऐप ने पिछले साल मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाने और उनकी अनुमति के बिना उनकी तस्वीरें अपलोड को लेकर विवादों में था। यह 'बुली बाई' मामले के सामने आने के बाद फिर से चर्चा में है। 'बुली बाई' जैसा ही 'सुल्ली डील्स' ऐप भी है। दोनों ऐप पर 'नीलामी' के लिए मुस्लिम महिलाओं को सूचीबद्ध किया जाता था।
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस के डीसीपी केपीएस मल्होत्रा ने कहा कि मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के निवासी ओंकारेश्वर ठाकुर को प्रारंभिक पूछताछ के दौरान स्वीकार किया था कि वह ट्विटर पर एक समूह का सदस्य था। मुस्लिम महिलाओं को बदनाम करने और ट्रोल करने का आइडिया शेयर करता था।
कैसे की ऑनलाइन मुस्लिम महिलाओं की तस्वीर अपलोड
दिल्ली पुलिस के मुताबिक ओंकारेश्वर ठाकुर ने गिटहब पर कोड विकसित किया था और समूह के सभी सदस्यों को गिटहब की पहुंच दी गई थी। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर ऐप को शेयर किया था। उसके बाद समूह के सदस्यों द्वारा मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें अपलोड की गईं।
पुलिस ने कहा कि ओंकारेश्वर ठाकुर जनवरी 2020 में ट्विटर पर ट्राड-ग्रुप के नाम से @gangescion हैंडल का उपयोग करके एक समूह में शामिल हुए थे। अलग-अलग ग्रुप डिस्कशन के दौरान सदस्यों ने मुस्लिम महिलाओं को ट्रोल करने की चर्चा की थी। उन्होंने गिटहब पर कोड/एप्लिकेशन विकसित किया था। सुल्ली डील्स ऐप पर हंगामे के बाद, उन्होंने अपने सभी सोशल मीडिया को हटा दिया था। पुलिस ने कहा कि आगे पूछताछ जारी है, जिसमें सुल्ली डील्स ऐप से संबंधित कोड/छवियों का पता लगाने के लिए तकनीकी गैजेट्स का विश्लेषण भी शामिल है।