#Ankitsaxenamurder: अखलाक की मौत पर तेजी दिखाई थी, अंकित पर क्यो चुप हैं केजरीवाल
दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी भी शनिवार को अंकित के परिवार से मिलने घर पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि अंकित अपने परिवार का इकलौता सहारा था।
नई दिल्ली। दिल्ली के ख्याला इलाके में मुस्लिम लड़की से अफेयर पर अंकित सक्सेना नाम के युवक की हत्या मामले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की चुप्पी पर सवाल उठ रहे हैं। लोगों का कहना है कि जब यूपी में अखलाक की हत्या हुई थी तब अरविंद केजरीवाल ने उसके परिवार से मिलने में बहुत तेजी दिखाया था। इस बार अंकित सक्सेना की हत्या दिल्ली में हुई है लेकिन अरविंद केजरीवाल ने कोई तेजी नहीं दिखाई अभी तक वो पीड़ित परिवार से नहीं मिले है। अंकित सक्सेना के परिवार से मिलने में अरविंद केजरीवाल की देरी पर सियासत भी हो रही है और ट्विटर पर अरविंद केजरीवाल ट्रोल भी हो रहे हैं।
परिवार से मिलकर आर्थिक मदद का ऐलान संभव
इसी बीच अंकित सक्सेना की हत्या के मामले में शुरू हुई सियासत के बीच सीएम अरविंद केजरीवाल सोमवार को पीडि़त परिवार से मिलने वाले हैं। हालांकि रविवार को मुख्यमंत्री से ट्वीट करके पीडि़त परिवार के प्रति अपनी संवेदना जाहिर की थी। मुख्यमंत्री ने परिजनों को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया था। रविवार को पीडि़त परिवार हरिद्वार गया था। इस लिए मुख्यमंत्री ने पीडि़त परिवार से फोन पर बात की थी। आज यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि केजरीवाल पीडि़त परिवार से मिलकर आर्थिक मदद का ऐलान कर सकते हैं।
'पता करिए कि हत्यारों पे किसकी मेहरबानी है'
इससे पहले अरविंद केजरीवाल को निशाने पर लेते हुए कुमार विश्वास ने ट्वीट कर कहा था कि 'कभी हिंदू,कभी मुस्लिम बना कर कत्ल करते हैं, पता करिए कि हत्यारों पे किसकी मेहरबानी है? हो रोहित वेमुला, अखलाक, चंदन या कि अंकित हो, हमारे हुक्मरानों की ज़लालत की कहानी है। कुमार विश्वास के बाद आम आदमी पार्टी से निष्कासित पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने दिल्ली के मुखिया अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा था। मिश्रा ने ट्वीट कर कहा था कि अगर अंकित का नाम अख़लाक हुआ होता, मेरे शहर का मालिक कल सारी रात न सोता, मौत की कीमत लाश का धर्म देखकर लगाते हैं, वो दिल्ली को 'मुग़लिया' अंदाज़ में चलाते हैं।
मनोज तिवारी ने साधा था निशाना
वहीं दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी भी शनिवार को अंकित के परिवार से मिलने घर पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि अंकित अपने परिवार का इकलौता सहारा था। पुलिस दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करे। केजरीवाल हत्या पर चुप्पी तोड़ें और परिवार को एक करोड़ का मुआवजा दें। मनोज तिवारी ने यह भी कहा कि घटना बेहद दुखद है, लेकिन इसे सांप्रदायिक रंग नहीं देना चाहिए। मनोज तिवारी ने परिवार से मिलने के बाद दिल्ली सरकार से मदद की गुहार लगाई थी। उन्होंने परिवार को एक करोड़ रुपये देने की मांग की थी लेकिन अभी तक दिल्ली सरकार ने किसी भी तरह की कोई आर्थिक मदद का ऐलान नहीं किया है। अब अरविंद केजरीवाल अंकित के परिवार मिलने वाले हैं, तो वे परिवार को दिए जाने वाली आर्थिक राशि का ऐलान भी कर सकते हैं।
पुलिस ने लड़की की मां, पिता, भाई और मामा सहित एक नाबालिग को गिरफ्तार किया
गौरतलब है कि 23 वर्षीय अंकित का मुस्लिम युवती के साथ प्रेम संबंध था, जिससे नाराज युवती के घरवालों ने अंकित की हत्या कर दी। अंकित दिल्ली के रघुबीर नगर कॉलोनी में रहता था। कुछ साल पहले यहां रहने वाली मुस्लिम युवती से उसे प्रेम हो गया, लेकिन युवती का परिवार दूसरी जगह शिफ्ट हो गया था। युवती के परिवार वाले अंकित के साथ लड़की के संबंध से नाराज थे। इस मामले में पुलिस ने लड़की की मां, पिता, भाई और मामा सहित एक नाबालिग को गिरफ्तार किया है।
खाप पर सख्त सुप्रीम कोर्ट, कहा- दो बालिगों की शादी में दखल देना गैरकानूनी