दिल्ली की ये DCP बनीं 'मसीहा', पाक बॉर्डर पर बसे परिवार को हर महीने भेजती हैं सैलरी का एक हिस्सा
नई दिल्ली। दिल्ली की डीसीपी असलम खान जम्मू-कश्मीर में रहने वाले एक परिवार के लिए मसीहा बनकर सामने आई हैं। वो पाकिस्तान बॉर्डर पर बसे इस परिवार को हर महीने अपनी सैलरी का एक हिस्सा भेजती हैं। साथ-साथ वो परिवार से हर हफ्ते फोन पर बात करके हाल-चाल भी पूछती हैं। खुद डीसीपी असलम खान ने इस बात की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि इस पूरे मामले की शुरूआत तब हुई जब इसी साल 9 जनवरी की रात दिल्ली में एक ट्रक ड्राइवर की कुछ बदमाशों ने लूटपाट के बाद हत्या कर दी।
डीसीपी असलम खान ने बताया कि इस ट्रक ड्राइवर का नाम सरदार मान सिंह था। वो अकेले अपने परिवार में कमाने वाले थे, उनकी हत्या के बाद उनका परिवार बड़ी परेशानी में फंस गया। उनका परिवार असलम खान को जब इसका पता चला तो उन्होंने इस परिवार को संभालने का फैसला लिया। उसी समय से उन्होंने जम्मू-कश्मीर के आरएसपुरा में रहने वाले इस परिवार को अपनी सैलरी का एक हिस्सा भेजना शुरू कर दिया।
डीसीपी असलम खान ने खुद इस परिवार को संभालने का बीड़ा तो उठाया ही साथ में दूसरे लोगों को भी सहयोग के लिए आगे आने की अपील की है। डीसीपी असलम खान की मदद का ट्रक ड्राइवर के परिवार ने शुक्रिया अदा किया है।