दिल्ली: मजदूर के बेटे ने पास की NIT परीक्षा, अब ये अधिकारी उठाएंगे पढ़ाई का खर्च
नई दिल्ली। दिहाड़ी मजदूर के 17 साल के बेटे ने दिल्ली सरकार की योजना के तहत नि:शुल्क कोचिंग पाकर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में दाखिला सुनिश्चित किया है। अब इस छात्र की आगे की पढ़ाई का खर्च उठाने की पहल दिल्ली आवास वित्त निगम के अध्यक्ष राजेश गोयल ने की है। अधिकारियों ने शनिवार को ये जानकारी दी।
दिहाड़ी मजदूर के बेटे ने पास की NIT परीक्षा
अमरजीत, उनके माता-पिता कविता और सोहन लाल धरमपुर के छोटे से क्वार्टर में रहते हैं। सोहन लाल प्रवेश परीक्षा के लिए निजी कोचिंग का खर्च उठाने में असमर्थ थे। अमरजीत ने दिल्ली सरकार की ओर से चलाई जा रही नि:शुल्क कोचिंग योजना जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना' में दाखिला लिया। इस योजना की शुरुआत 2017 में की गई थी।
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आवास वित्त निगम के अध्यक्ष राजेश गोयल उठाएंगे खर्च
अमरजीत इस योजना के तहत कोचिंग पाने वाले पहले बैच में थे और उन्होंने सचदेवा न्यू पीटी कॉलेज से कोचिंग ली। अधिकारियों के अनुसार, अमरजीत की हर साल की पढ़ाई का खर्च एक लाख रु के करीब आएगा। अमरजीत भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाना चाहते हैं। इसके पहले, दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने एक दिहाड़ी मजदूर की बेटी शशि की पढ़ाई का खर्च उठाने की घोषणा की थी। शशि ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा पास करने के बाद लेडी हार्डिंग कॉलेज में दाखिला लिया था।
भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाना चाहते हैं अमरजीत
शशि के पिता अखिलेश कुमार गौर 12वीं तक पढ़े हैं और वह दीवारों पर प्लास्टर करने का काम करके हर दिन 400 रु कमाते हैं। शशि की मां कभी स्कूल नहीं गईं, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसके पहले, घोषणा की थी कि दिल्ली के एक निवासी ने नि: शुल्क कोचिंग योजना का लाभ लेकर आईआईटी दिल्ली में अपनी सीट सुरक्षित करने वाले विजय कुमार की पढ़ाई का खर्च वहन करने का फैसला किया है। 'जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना' का लक्ष्य आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को प्रतियोगी और प्रवेश परीक्षाओं के लिए नि:शुल्क कोचिंग की सुविधा उपलब्ध कराना है।