दिल्ली के 'बाबा का ढाबा' वाले कांता प्रसाद पहुंचे थाने, जिस यू-ट्यूबर ने फेमस किया उसके खिलाफ की शिकायत, जानें क्यों?
नई दिल्ली: दिल्ली के मालवीय नगर का ढाबा 'बाबा का ढाबा' (Baba Ka Dhaba) पिछले महीने सोशल मीडिया के जरिए मशहूर हुआ। 'बाबा का ढाबा' के मालिक कांता प्रसाद (Kanta Prasad) अब पुलिस थाने पहुंचे हैं। कांता प्रसाद ने इंस्टाग्राम इनफ्लुएंसर और यूट्यूबर गौरव वासन (Gaurav Wasan) के खिलाफ पुलिस केस दर्ज करवाया है। कांता प्रसाद का कहना है कि यूट्यूबर गौरव वासन को उनके लिए जो भी डोनेशन के पैसे मिले, उसमें उन्होंने हेराफेरी की है। दिल्ली पुलिस ने जानकारी दी है।

डोनेशन के पैसे नहीं मिले 'बाबा का ढाबा' वाले बाबा को
दिल्ली पुलिस के मुताबिक 80 वर्षीय 'बाबा का ढाबा' वाले बाबा कांता प्रसाद ने कहा कि यूट्यूबर गौरव वासन ने उनका वीडियो शूट किया और इसे ऑनलाइन पोस्ट किया। जिसमें उन्होंने जनता को पैसे देकर आर्थिक मदद करने की अपील की। कांता प्रसाद का कहना है कि लेकिन उन्हें वो सारे पैसे नहीं मिले हैं,क्योंकि गौरव ने सारे पैसे अपने पास रख लिए हैं।

यूट्यूबर ने अपने रिश्तेदारों का दिया बैंक डिटेल
पुलिस को दर्ज शिकायत में कांता प्रसाद ने बताया है, वीडियो पोस्ट कर गौरव ने मेरी मदद तो की लेकिन उन्होंने अपना फायदा किया है। कांता प्रसाद ने आगे आरोप लगाया, ''गौरव वासन ने जानबूझकर केवल अपने और अपने परिवार / दोस्तों के ही बैंक डिटेल सोशल मीडिया पर पोस्ट किए। गौरव ने डोनेशन करने वाले लोगों को ऑनलाइन पेमेंट के लिए अपने दोस्तों और परिवार का मोबाइल नंबर साझा किए। इसलिए जो भी डोनेशन के पैसे आए हैं, वो मुझे नहीं मिल पाए हैं। मुझे बिना किसी जानकारी प्रदान किए बिना विभिन्न प्रकार के भुगतानों के माध्यम से दान की भारी राशि एकत्र की गई है।''

यूट्यूबर गौरव वासन के वीडियो के बाद ही फेमस हुए कांता प्रसाद
यूट्यूबर गौरव वासन ने ही सबसे पहले सोशल मीडिया पर बाबा का ढाबा' (Baba Ka Dhaba) के कांता प्रसाद का वीडियो पोस्ट किया था। जिसके बाद वो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किए गए वीडियो में कांता प्रसाद अपने संघर्ष के बारे में बताते दिख रहे हैं। वीडियो में कांता प्रसाद रोते हुए दिखाई देते हैं कि लॉकडाउन की वजह से उनके ढाबे में कोई खाना खाने नहीं आता। उनकी कमाई बिल्कुल खत्म हो गई है।
वीडियो के वायरल होने के बाद सेलेब्रिटी से लेकर नेताओं तक ने कांता प्रसाद की मदद की है। उनके ढाबे पर अब खाना खाने वालों की लाइन लगती है।