दफनाने के बाद मृत किसान पहुंचा घर, हो चुका था मृत्युभोज
बेंगलुरु। कर्नाटक के हासन जिले में एक बेहद ही अजीबो-गरीब घटना सामने आई है। पारिवारिक कलह से परेशान एक किसान जून में लापता हो गया था। उसके बाद वह घर वापस लौटा तो उसे पता चला कि, उसके घर वाले उसका अंतिम संस्कार कर चुके हैं और उसका मृत्युभोज भी हो चुका है। अचानक मृत व्यक्ति के सामने आने के बाद जहां घर वालों के लिए अजीब स्थिति पैदा हो गई है तो वहीं उसकी वापसी को लेकर भी परिजन खुश हैं।
परेशान होकर 16 जून को घर छोड़ दिया था
हासन तालुका के शंखा गांव वाले 45 साल के किसान शिवन्ना ने परिवारिक कलह से परेशान होकर 16 जून को घर छोड़ दिया था। इसके बाद वह बेंगलुरु में अपने एक रिश्तेदार के घर रहने पहुंचा। इस बारे में शिवन्ना के परिवार को कोई जानकारी नहीं थी। 16 जून को शिवन्ना जब घर वापस नहीं लौटा तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। जिसके बाद 18 जून को शिवन्ना की पत्नी ने पुलिस थाने में उसके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने जबरदस्ती सौंपी थी अज्ञात की लाश
उसी दिन पुलिस को हासन बस टर्मिनस के पास से एक सड़ी-गली लाश मिली थी। पुलिस ने शिवन्ना के परिवार को उसकी शिनाख्त करने के लिए बुलाया। शव की शिनाख्त करने पहुंची किसान की पत्नी उसकी पहचान नहीं कर सकी। दरअसल शव बुरी तरह खराब हो चुका था जिसके चलते उसकी शिनाख्त करना मुश्किल था। शव के शरीर पर मौजूद कपड़े शिवन्ना के कपड़ों से मेल नहीं खा रहे थे।लेकिन पुलिस ने दवाब डालते हुए कहा कि शव अज्ञात था, इसलिए परिवार शिवन्ना को पहचान नहीं पा रहा है।
रिश्तेदार के घर में रह रहा था शिवन्ना
शव की बुरी दशा देखकर परिजनों ने शव को उसी दिन दफना दिया। ग्यारहवें दिन 28 जून को होने वाले मृत्युभोज समारोह के लिए शिवन्ना के पिता थिरुमाला ने कार्ड छपवाए और उन्हें रिश्तेदारों में वितरित किया। इस कार्यक्रम के एक दिन बाद परिजनों को पता चला कि शिवन्ना बेंगलुरु में एक रिश्तेदार के यहां रह रहा है। वे रविवार को रिश्तेदार के घर पहुंचे। शिवन्ना ने परिवार वालों को बताया कि वह केवल यहां समय गुजार रहा था। पहले तो परिजन हैरान रह गए लेकिन बाद में उन्होंने खुशी जताई। इसके बाद पुलिस को भी मामले की जानकारी मिली। पुलिस ने गांव पहुंचकर गलती से दफनाए गए शव को बाहर निकलवाया। शव की शिनाख्त के लिए पुलिस आगे की जांच कर रही है।
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