DCGI की विशेषज्ञ समिति ने की वैक्सीन को खुले बाजार में बेचने की सिफारिश: सूत्र
नई दिल्ली, 19 जनवरी: देश में कोरोना महामारी का कहर जारी है। विशेषज्ञों ने साफ कर दिया है कि जब तक पूरी आबादी का टीकाकरण नहीं हो जाता, तब तक वायरस ऐसे ही परेशान करता रहेगा। इस बीच खबर आ रही है कि ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) की विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) ने कोवैक्सीन और कोविशील्ड को खुले बाजार में बेचने की सिफारिश की है। जल्द ही सरकार इस पर फैसला ले सकती है।
दरअसल देश में टीकाकरण अभियान तेजी से जारी है। साथ ही दोनों कंपनियों का स्टॉक भी अच्छी मात्रा में उपलब्ध है। सूत्रों के मुताबिक एसईसी चाहती है कि कोवैक्सीन और कोविशील्ड खुले बाजार में बिकें। इससे लोग आसानी से इसे लगवा सकेंगे। उन्होंने केंद्र सरकार को अपनी सिफारिश भेज दी है। जल्द ही सरकार विशेषज्ञों से सलाह-विमर्श करके इस पर फैसला ले सकती है।
कैसे
मिलेगा
सर्टिफिकेट?
खुले
बाजार
में
वैक्सीन
का
मतलब
है
कि
आप
सरकार
द्वारा
मान्यता
प्राप्त
किसी
भी
मेडिकल
स्टोर
से
कोविड
वैक्सीन
खरीद
सकेंगे।
इसके
बाद
आप
इसे
लगवा
सकते
हैं,
लेकिन
सबसे
बड़ी
समस्या
वैक्सीनेशन
सर्टिफिकेट
की
है।
कुछ
विशेषज्ञों
ने
इस
ओर
भी
ध्यान
देने
की
बात
कही
है।
वहीं
बाजार
में
वैक्सीन
आने
से
उत्पादन,
उपलब्धता
और
प्रशासन
की
निगरानी
में
कई
चुनौतियां
पैदा
होंगी।
पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल कोरोना पॉजिटिव, लुधियाना के अस्पताल में भर्ती
चल
रही
बूस्टर
डोज
की
प्रक्रिया
आपको
बता
दें
कि
इस
महीने
ही
केंद्र
सरकार
ने
15-18
आयुवर्ग
के
लिए
टीकाकरण
शुरू
किया
था।
अभी
इस
आयुवर्ग
को
सिर्फ
कोवैक्सीन
ही
दी
जा
रही
है।
वहीं
उन
लोगों
को
बूस्टर
डोज
दिया
जा
रहा,
जिनकी
उम्र
60
साल
से
ज्यादा
है
और
वो
किसी
गंभीर
बीमारी
से
पीड़ित
हैं।
इसके
अलावा
फ्रंट
लाइन
वर्कर्स
को
भी
बूस्टर
डोज
लगाई
जा
रही।